ऊना : अतिरिक्त उपायुक्त कृतिका कुलहरी ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर 19 फरवरी को जिला के आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों में एक से 19 वर्ष तक के लगभग एक लाख 65 हजार बच्चों व युवाओं को एल्बेंडाजॉल दवा दी जाएगी। जो बच्चे किन्हीं कारणों से छूट जाएंगे उन्हें 24 फरवरी को दवा दी जाएगी। इसके लिए आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं तथा अध्यापकों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
उन्होंने सोमवार को ऊना में राष्ट्रीय कृमि दिवस को लेकर गठित जिलास्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बताया कि बच्चों के पेट में कृमि संक्रमण के कारण जहां शरीर और दिमाग के विकास में बाधा आती है, वहीं कुपोषण और खून की कमी (एनीमिया) की बीमारी भी हो जाती है। पेट के कीड़े मारने के लिए कृमि नियंत्रण की दवा (एल्बेंडाजॉल) लेने से जहां शरीर में पोषण का स्तर बेहतर होता है, वहीं खून की कमी में सुधार के साथ-साथ बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
जिले के सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ 1364 आंगनबाड़ी केंद्रों में एक वर्ष से लेकर 19 वर्ष तक के बच्चों व युवाओं को यह दवा संस्थान के अध्यापकों, आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग सहयोग व निगरानी में खिलाई जाएगी। पांच वर्ष तक के बच्चों को यह दवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से जबकि शिक्षण संस्थानों में संबंधित संस्थान के अध्यापकों की देखरेख में दी जाएगी।
एक से दो वर्ष तक के बच्चों के लिए दवा का आधा टेबलेट तथा दो से 19 वर्ष तक के बच्चों व युवाओं को पूरी खुराक दी जाएगी। ान बीमार या अन्य दवा ले रहे बच्चों को यह दवा उनके ठीक होने के बाद डॉक्टर की सलाह से ही खिलाई जाएगी।बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाश दड़ोच, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निखिल शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी हेल्थ डॉ. सुखदीप सिद्धु, उपनिदेशक उच्च शिक्षा भूप¨सह, हिमोत्कर्ष संस्था के प्रदेशाध्यक्ष कंवर हरि ¨सह, सहायक अभियंता एसके शर्मा, हरबंस ¨सह, अश्वनी शर्मा, लवकेश शर्मा, मनोज शर्मा, मुकेश, कांता ठाकुर व गोपाल कृष्ण मौजूद रहे।