इसके साथ ही सीएम शिवराज ने शहीज के परिजनों को आजीवन 5 हजार रुपए की प्रति महीने पेंशन देने का भी घोषणा की इससे साथ ही शरहद पर पाकिस्तान की तरफ से की गई कायराना हरकत की उन्होंने जमकर निंदा की तो वही दूसरी तरफ शहीद होने की खबर मिलते ही शहीद के गांव में शोक की लहर दौड़ गई। जैसे ही लोगों को रामअवतार की शाहदत की जानकारी मिली वैसे ही शहीद के घर पर लोगों का जमावड़ा लग गया। ग्रामीणों को अपने गांव के जवान की शहादत पर गर्व है।वहीं रामअवतार की शहादत पर परिजन भावुक हो गए। शहीद के भाई ने बताया कि रामअवतार बचपन से ही सेना में भर्ती होना चाहते थे।
उन्होंने बताया कि रामअवतार तीन साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे। रामअवतार शादीशुदा थे और उनकी एक बेटी भी है। वे आखिरी बार तीन महीने पहले बेटी के जन्म के समय ही घर आए थे। गौरतलब है कि रविवार को राजौरी के भीमबेर गली सेक्टर में पाक सेना की ओर से हमला किया गया था जिसमें देश के चार जवान शहीद हो गए। हमले में रामअवतार के अलावा हरियाणा के कैप्टन कुंडू, जम्मू-कश्मीर सांबा के हवलदार रोशनलाल और जम्मू-कश्मीर के ही कांठा के राइफलमैन शुभम सिंह शहीद हो गए ।