भारत की ओर से वनडे और टी20 टीम से बाहर चल रहे आर अश्विन ने कप्तान विराट कोहली को लेकर अहम बातें कही हैं। अश्विन ने बताया कि एक खास मामले में विराट की मानसिकता का असर पूरी टीम पर पड़ रहा है। अश्विन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट टीम का हिस्सा थे, लेकिन वनडे और टी-20 में उनका नाम शामिल नहीं है।
अश्विन ने विराट को जीत के लिए प्रचंड मानसिकता वाला कप्तान बताते हुए कहा कि उनकी सकारात्मक सोच का असर दूसरे खिलाड़ियों पर भी पड़ता है। गुजरात के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी के शुरुआती मैच के बाद उन्होंने कहा कि विराट इस खेल के महान कप्तानों की लिस्ट में हैं। उन्होंने कहा, ‘वो (विराट) ऐसे खिलाड़ी हैं जो हर परिस्थिति में जीत के लिए खेलेंगे। उनमें नकारात्मकता नाम की कोई चीज नहीं है। वो हमेशा जीत की बात करते हैं, स्थिति को बचाने की नहीं। ये अच्छा है क्योंकि खिलाड़ियों को पता है कि उनसे क्या चाहिए। ये टीम को एक अद्भुत गति देता है।’
अश्विन ने कहा, ‘पूर्णकालिक कप्तान के तौर पर ये उनका पहला विदेशी दौरा है। मैं आश्वस्त हूं कि पिछले सभी बेहतरीन कप्तानों ने घरेलू मैदानों से छाप छोड़ना शुरू किया होगा। अच्छा होगा की हम उन्हें इसका श्रेय दें।’
अश्विन का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका में पहले दो वनडे मैचों में चहल और कुलदीप की सफलता में ‘सामंजस्य’ बैठाना महत्वपूर्ण है। चहल और कुलदीप ने डरबन और सेंचुरियन में पहले दो वनडे में अपनी कलाई के जादू से दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी को ध्वस्त किया जिससे भारत ने छह मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है। चहल और कुलदीप की दक्षिण अफ्रीका में सफलता के बारे में पूछने पर अश्विन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यहां नयापन भी एक पहलू है। ये कलाई से स्पिन या उंगली से स्पिन कराने का मामला नहीं है बल्कि ये सामंजस्य बैठाने की क्षमता है।’
उन्होंने कहा, ‘जब टी20 शुरू हुआ तो लोगों ने सोचा कि इसमें स्पिनरों के लिए कोई जगह नहीं है। इसके बाद उंगली से स्पिन कराने वालों ने 10 साल तक दबदबा बनाया और अब कलाई से स्पिन कराने वाले अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।’
अश्विन भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सदस्य हैं लेकिन उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड में चैंपियन्स ट्रॉफी के बाद से वनडे टीम में जगह गंवा दी है। अश्विन ने हालांकि कहा कि वो वनडे टीम में जगह गंवाने से परेशान नहीं हैं और इसकी जगह अपनी गेंदबाजी को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं।
पिछले कुछ समय से स्थानीय मैचों में लेग स्पिन गेंदबाजी में भी हाथ आजमा रहे अश्विन ने कहा कि आने वाले इंडियन प्रीमियर लीग और भविष्य के लिए ये उनकी योजना का हिस्सा है। अश्विन ने तमिलनाडु और गुजरात के बीच विजय हजारे ट्रॉफी ग्रुप सी मैच के बाद कहा, ‘मैं इसे बहुत बड़े बदलाव के तौर पर नहीं देख रहा। मैं पिछले कुछ समय से इसका अभ्यास कर रहा हूं। आईपीएल के लिए ये मेरी योजना का हिस्सा है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी गेंदबाजी में विविधता लाने की कोशिश कर रहा हूं। मेरे पास अधिक विकल्प होने चाहिए।’