राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि देश प्रधानमंत्री से राफेल समझौता, किसानों और रोजगार के बारे में सवाल पूछ रहा है, उन्हें आरोप लगाने के बजाए संसद में इनका जवाब देना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में एक घंटे से भी ज्यादा लंबा भाषण दिया। उनके भाषण में कांग्रेस निशाने पर थी। विपक्ष के हंगामे के बावजूद पीएम लगातार बोलते रहे।
इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम पर पलटवार करते हुए कई सवाल उठाए। राहुल ने कहा कि पीएम को याद रखना चाहिए कि वो विपक्ष के नेता नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री ने 1 घंटे से भी ज्यादा समय तक लंबा भाषण देते रहे। लेकिन उनके भाषण में राफेल डील पर कोई बात नहीं हुई। राहुल ने कहा कि राफेल डील जैसे गंभीर मुद्दे पर पीएम की चुप्पी से साफ जाहिर है कि कुछ तो गलत हुआ है।
राफेल डील पर कॉन्ट्रेक्ट बदला गया या नहीं?राफेल हवाई जहाजों के लिए कितना पैसा दिया गया, पैसा कम या ज्यादा किया गया या नहीं?तय दाम पर खरीद के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी से मंजूरी ली गई या नहीं?
वहीं राज्यसभा में भी आज विपक्ष सरकार पर हमलावर रही। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि यह अहंकार से भरी हुयी ऐसी सरकार है जिसमें सहिष्णुता और सहनशीलता बिल्कुल नहीं है। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि इसके खिलाफ बोलने वाले लोगों को ईडी, आयकर, सीबीआई आदि से डराया जा रहा है। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते समय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने स्थिति का गुलाबी चित्रण किया लेकिन वास्तविक स्थिति ऐसी नहीं है। लोगों में असुरक्षा की भावना, राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर संवैधानिक संस्थाओं की स्थिति ठीक नहीं है। हालांकि सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उसका मूल मंत्र सबका साथ और सबका विकास है।