जम्मू कश्मीर के सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में दो जेसीओ शहीद हो गए हैं, जबकि चार लोग घायल हो गए हैं. आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन को सुंजवां में चल रहे ऑपरेशन और हालिया स्थिति के बारे में जानकारी दी है.अब इस ऑपरेशन में वायु सेना भी शामिल हो गई है. ऑपरेशन के लिए उधमपुर से पैरा कमांडो बुला लिए गए हैं. इस बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी से बात की है. डीजीपी एसपी वैद्य ने आतंकी हमले के बारे में गृहमंत्री को पूरी जानकारी दी है. गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. आतंकियों के खात्मे के लिए सेना का ऑपरेशन जारी है.जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर सुंजवां हमले पर प्रतिक्रिया दी है.
बता दें कि आतंकियों ने ये आत्मघाती हमला शनिवार को तड़के सुबह 5 बजे के आसपास किया. जानकारी के मुताबिक, 3-4 आतंकी कैंप के पीछे के इलाके से जाली काटकर अंदर घुसे. इसके बाद उन्होंने गोलीबारी शुरू की.आतंकियों के इस हमले का क्विक रेस्पांस टीम ने भी जवाब दिया है. हमले को देखते हुए पूरे जम्मू में हाई अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही इलाके को सील कर दिया गया है. सुरक्षा बल हेलिकॉप्टर के जरिए निगरानी रख रहे हैं.
हालांकि, अभी तक आतंकियों को न्यूट्रलाइज किए जाने की खबर नहीं आई है. ताजा जानकारी के मुताबिक, ये सभी आतंकी आर्मी कैंप के रिहायशी इलाके में छिपे हुए हैं. खुफिया सूत्रों के मुताबिक अफजल गुरू की बरसी को देखते हुए पूरे जम्मू कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित किया गया था. खुफिया सूत्रों ने आत्मघाती हमले की आशंका जताई थी. इस हमले के पीछे जैश ए मोहम्मद का हाथ हो सकता है.जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी एसडी सिंह जामवाल ने आजतक को बताया कि आर्मी कैंप में सुबह करीब 4.55 बजे कुछ संदिग्ध गतिविधि देखी गईं. इसके बाद आतंकियों ने गार्ड्स के बंकर पर फायरिंग शुरू कर दी.
उन्होंने बताया कि आतंकी आर्मी कैंप में फैमिली क्वार्टर की तरफ छिपे हुए हैं. फिलहाल, ऑपरेशन जारी है. हालांकि, कितने आतंकी हैं, इस पर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. लेकिन बताया जा रहा है कि इनकी संख्या 3-4 हो सकती है.जिस तरफ से आतंकी कैंप में घुसे हैं, वो रिहायशी इलाका है. यहां जवानों के रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स हैं. सुंजवां आर्मी के पीछे की साइड ये पूरा एरिया है. जहां आतंकियों ने घुसपैठ की और जवानों को निशाना बनाया.
आतंकी हमले को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों ने जम्मू शहर में स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमने स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके बता दें कि इससे पहले 31 दिसंबर 2017 को आतंकियों ने पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप को निशाना बनाया था. जैश के 2 आतंकियों ने अवंतिपुरा के लीथपोरा में अटैक किया था. इस अटैक में 5 जवान शहीद हो गए थे, जबकि घंटों गोलीबारी के बाद सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को ढेर कर दिया था.