सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मजेदार बात तो यह है कि हम जैसे ही विकास के लिए दो कदम बढ़ाते हैं तो सांसद महोदय को तकलीफ होने लगती है। दौड़कर विकास रूकवाने के लिए चुनाव आयोग में शिकायत करने चले जाते हैं। हम दलित समाज के गोपीलाल जाटव जी को मंत्री बनाना चाहते हैं तो कांग्रेस वाले चुनाव आयोग में शिकायत कर उन्हें मंत्री नहीं बनने देते।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को कोलारस में मंत्रियों की उपस्थिति पर आपत्ति है, लेकिन हम उनको बताना चाहते हैं कि हमारे जितने भी मंत्री आए हैं, उनमें से एक भी खाली हाथ नहीं आया। सभी ने कोई न कोई सौगात दी है। हम स्टाप डेम बना रहे हैं, तालाब बना रहे हैं, परंतु सांसद सिंधिया यह बताएं कि वे कोलारस कितनी बार आए? क्या लेकर आए? और कैसा विकास कराया?
मिश्रा ने सिंधिया से सवाल पूछा कि सांसद सिंधिया के पास क्या इस बात का कोई जवाब है कि कोलारस से निकलने वाले आगरा-मुंबई हाईवे का काम उनकी सरकार ने 10 साल तक रोककर क्यों रखा? जबकि नरेन्द्र मोदी सरकार बनने के तुरंत बाद यह चमचमाती सड़क आज कोलारस में दिखाई दे रही है। जब डॉ. मिश्रा ने जनता से पूछा कि सिंधिया ने कोलारस क्षेत्र में क्या विकास किया है, तो आम सभा में उपस्थित हजारों लोगों ने एक स्वर में कहा कि कुछ नहीं किया, कुछ नहीं किया।