कर्नाटक में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए आज से चुनाव प्रचार शुरु करने वाले हैं वो कर्नाटक में चार दिन तक रहेंगे. राहुल गुजरात की तरह कर्नाटक में भी बीजेपी के खिलाफ आक्रामक शैली में दिखेंगे. माना जा रहा है राहुल गांधी राफ़ेल के मुद्दे पर भी बीजेपी को घेरेंगे. हालांकि क्योंकि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है इसलिए फोकस राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाना होगा. वहीं दूसरी तरफ़ राहुल बीजेपी के कोर वोट लिंगायत को कांग्रेस के पाले में लाने की कोशिश करेंगे कर्नाटक में पहले चरण का प्रचार अभियान ऐसी जगहों में रहेगा जहां लिंगायत की आबादी सबसे ज्यादा है. ये इलाका हैदराबाद-कर्नाटक का इलाका बोला जाता है.
राहुल गांधी अपने इस दौरे के दौरान बेल्लारी, कोप्पल, रायचूर, गुलबर्गा जैसी कई जगहों पर जाएंगे. कांग्रेस का ध्यान कर्नाटक के आदिवासी क्षेत्रों पर भी है. गौरतलब है कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद दूसरा विधानसभा चुनाव होगा. गुजरात में विधानसभा चुनाव के दौरान ही उनको अध्यक्ष बना दिया गया था.राहुल गांधी के सामने सबसे बड़ी चुनौती कर्नाटक का गढ़ बचाने की है. कांग्रेस यहां पर पांच सालों से सत्ता में है और जाहिर उसे सत्ता विरोधी लहर का भी सामना करना पड़ेगा. बीजेपी ने यहां पर बीएस येदुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है.