दरअसल, संसद के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ 29 जनवरी को बजट सत्र-2018 की शुरूआत हुई थी। 12 दिवसीय पहला चरण शुक्रवार नौ फरवरी को सम्पन्न हो गया। बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च को शुरु होगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बाद एक फरवरी को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट पेश किया। इसके बाद दोनों सदनों में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा और राज्यसभा में इस चर्चा का जवाब दिया। बाद में दोनों सदनों में आम बजट पर भी चर्चा हुई। वित्त मंत्री जेटली आम बजट पर चर्चा का पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा में जवाब दिया। इसके साथ ही शुक्रवार को बजट पारित करने का पहला चरण पूरा हो गया।
हालांकि, सत्र के दौरान तेदेपा, कांग्रेस तथा आंध्र प्रदेश के कुछ अन्य सदस्यों ने राज्य को विशेष आर्थिक पैकेज की मांग पर हंगामा किया। अंतिम सप्ताह में दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। बताया जाता है कि बजट सत्र के दो चरणों के बीच करीब एक माह के अंतराल के दौरान विभिन्न मंत्रालयों से संबंधित बजटीय प्रावधानों पर संसदीय समितियां चर्चा करेंगी।