हनुमानजी श्रीराम के अनन्य भक्त हैं, इसीकारण इनके सामने श्रीराम के नाम का जाप करने से भी इनकी कृपा मिल जाती है। हनुमानजी ऐसे देवता हैं जो छोटी सी पूजा से भी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की सभी परेशानियां दूर कर देते हैं। बजरंगबली को मनाने का सबसे सरल उपाय है रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना। आज के समय में अधिकतर लोग ऐसे हैं जो मंदिर में, घर में या ऑफिस में हनुमान चालीसा सुनते हैं, लेकिन इसका पाठ नहीं करते। जबकि हनुमान चालीसा पढ़ने पर मनोकामनाएं जल्दी पूरी हो सकती हैं। इस संबंध में हनुमान चालीसा की 39वीं चौपाई में तुलसीदासजी कहते हैं
इस चौपाई में ऐसा नहीं लिखा है कि जो यह बोलें या सुनें, इस चौपाई में स्पष्ट लिखा है कि पढ़ै। क्योंकि पढ़ने का मतलब है कि आंखों से पढ़ना ही पड़ेगा। तुलसीदासजी यहां ऐसा भी लिख सकते थे कि जो यह सुने हनुमान चालीसा, लेकिन उन्होंने इसे पढ़ने पर जोर दिया है। पढ़ना खुद को ही पड़ता है, सुना तो कोई दूसरा भी सकता है।
इसलिए गोस्वामीजी ने कहा कि हनुमान चालीसा को पढ़ना ही पड़ेगा। आगे वर्णन आया है ‘होय सिद्धि साखी गौरीसा।’ होय सिद्धि यानी सिद्धि प्राप्त होती है। साखी गौरीसा यानी शिवजी और पार्वतीजी की शपथ। कहने का अर्थ यह है कि श्री हनुमान चालीसा श्रद्धा और विश्वास के साथ पढ़ा जाए तो सिद्धि की प्राप्ति होती है। हनुमानजी की कृपा जल्दी मिलती है।