लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अन्बू ने बताया कि हिजबुल मुजाहिद्दीन, जैश-ए-मोहम्मद या लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन यहां और कश्मीर में एक्टिव हैं। कोई भी देश के खिलाफ गतिविधियों में शामिल होगा और हथियार उठाएगा। वो आतंकी है और उसे उसी तरह से ट्रीट किया जाएगा। हम शहीदों को मजहब के नजरिए से नहीं देखते, जो लोग ऐसे बयान दे रहे हैं वे आर्मी को बेहतर तरीके से नहीं जानते।”
उन्होंने कहा कि कश्मीर के युवा भी आतंकी संगठनों से जुड़ रहे हैं। हम 2017 से ही इनसे निपटने का काम कर रहे हैं। घाटी में आतंकी वारदातें बढ़ने की एक वजह सोशल मीडिया भी है। इससे ही बड़ी तादाद में यूथ आतंकी संगठनों में जुड़ रहे हैं। हमें इस मामले पर भी फोकस करना होगा। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सुंजवान कैंप पर 10 फरवरी को और सीआरपीएफ कैंप पर 12 फरवरी को हमला किया था। दोनों हमलों में 7 जवान शहीद और एक सिविलियन की मौत हो गई थी। आर्मी ने सुंजवान कैंप में चार आतंकियों को मार गिराया था। वहीं, सीआरपीएफ कैंप अटैक में दो आतंकी मारे गए थे। यहां जवान मोहम्मद मुजाहिद खान शहीद हो गए थे।
सुंजवान कैंप हमले में शहीद जवानोंं की लिस्ट:
1) सूबेदार मोहम्मद अशरफ मीर
2) हवलदार हबीबुल्लाह कुरैशी
3) नायक मंजूर अहमद
4) लांस नायक मोहम्मद इकबाल
5) सूबेदार मदन लाल चौधरी
6) हवलदार राकेश चंद्रा
7) लांस नायक मो. इकबाल के पिता (सिविलियन)
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- “हर दिन देश के मुसलमानों पर राष्ट्रवादी न होने के आरोप लगाए जाते हैं। उन्हें पाकिस्तानी कहा जाता है। कश्मीरियों पर इल्जाम लगाए जाते हैं। अब जब सुंजवान अटैक में 7 में से 5 शहीद कश्मीरी मुसलमान हैं, तो उन लोगों को सबक लेना चाहिए और देश के मुसलमानों की राष्ट्रीयता पर शक करना छोड़ देना चाहिए।
राज्य में बीजेपी और पीडीपी दोनों मिलकर नौटंकी कर रहे हैं। लोग मारे जा रहे हैं, जवान शहीद हो रहे हैं और ये दोनों बैठकर मलाई खा रहे हैं।”कांग्रेस लीडर संदीप दीक्षित ने बुधवार को कहा- “राष्ट्र के लिए मुस्लिमोंं का योगदान अन्य सभी की तरह ही है। कुछ संगठन या लोग मुस्लिमों को एंटी नेशनल कहते हैं। उन्हें इस बात को समझना चाहिए कि अगर आप सेना में हैं तो आपको राष्ट्रवादी माना जाता है।”