महाराष्ट्र के पुणे शहर की रहने वाली स्काईडाइवर शीतल राणे महाजन ने थाईलैंड के पटाया में इतिहास रच दिया. उन्होंने महाराष्ट्रियन साड़ी में 13 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई. शीतल पहली भारतीय हैं, जिन्होंने एडवेंचर स्पोर्ट्स के जरिये दुनिया भर में पहचान बनाई है. पद्मश्री से सम्मानित शीतल 9 साल उम्र के जुड़वां बेटों की माँ है. 14 साल के करियर में वह नेशनल और इंटरनेशलन लेवल पर 700 से ज्यादा डाइव लगा चुकी हैं.
शीतल ने कहा, ”मैं अगले महीने इंटरनेशनल वुमंस डे से पहले कुछ अलग करना चाहती थी, इसीलिए स्काईडाइविंग में महाराष्ट्रियन ‘नौवारी साड़ी’ पहनी, लेकिन यह काफी चैलेंजिंग था, डाइव में पैराशूट खुलने के बाद सभी सेफ्टी इक्विपमेंट्स के साथ साड़ी को मैनेज करना आसान नहीं था. इसके लिए मुझे पहले से काफी तैयारियां करनी पड़ीं, क्योंकि गल्फ ऑफ थाईलैंड में हवाएं काफी तेज थीं. ये साड़ी करीब 8.25 मीटर लंबी है, जो अन्य भारतीय साड़ियों से ज्यादा है. देश में इन्हें पहनने के अलग-अलग तरीके हैं, लेकिन महाराष्ट्रियन साड़ी पहनना सबसे मुश्किल है.”
आपको बता दें कि, शीतल ने स्काईडाइविंग में 18 नेशनल और 6 से ज्यादा इंटरनेशनल रिकॉर्ड अपने नाम किये हैं .वे अबतक दुनिया भर में 704 डाइव लगा चुकीं हैं. शीतल ने 2004 में अपना करियर शुरू किया था, तब उन्होंने तब उन्होंने नॉर्थ पोल पर माइनस 37 डिग्री टेम्परेचर में 2400 फीट से छलांग लगाई थी. महज २३ साल की उम्र में शीतल ने 2016 में एंटार्कटिका में 11,600 फीट से जंप करने का कारनामा किया था.