Home हिमाचल प्रदेश सांसदों से हिसाब अभियान, 2019 की तैयारी…

सांसदों से हिसाब अभियान, 2019 की तैयारी…

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विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस पार्टी अब बीजेपी के सांसदों से केंद्र की उपलब्धियों का जवाब मांग रही है। प्रदेश में नई सरकार बने दो माह हो चुके हैं, मगर कांग्रेस के पास प्रदेश सरकार को घेरने के लिए कुछ भी मुद्दे नहीं हैं तो सांसदों को घेरने की योजना बना दी। इसी अभियान के बहाने कांग्रेस खुद को 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करेगी। वहीं, भाजपा सांसद और पार्टी के नेता बार-बार कह चुके हैं कि चार वर्षों का हिसाब आगामी 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रदेश की जनता देगी और कांग्रेस के पास हिसाब मांगने का कोई अधिकार नहीं हैं। हालांकि लोकसभा चुनावों के लिए अभी डेढ़ साल से भी अधिक का समय है, लेकिन कांग्रेस ने हिसाब दें सांसद, जवाब दें सांसद अभियान शुरू कर 2019 के लिए रास्ता तलाश रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की और कांग्रेस को जनता ने उस साल जवाब दे दिया था।

उसके बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए, सत्ता में रिपीट करने का भी दावा कांग्रेस ने किया, मगर यहां भी जनता ने कांग्रेस को करारा जवाब देते हुए सत्ता से बाहर कर दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू ने भले ही बीजेपी सांसदों के चार साल के कार्यकाल पर हिसाब मांगने के लिए यह अभियान छेड़ा है, मगर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इस अभियान से दूर रहेंगे। पहले चरण में सुक्खू ने 15 से 17 फरवरी तक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई उसमें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को दूर रखा गया है।

हैरानी की बात है कि विधानसभा चुनावों में जिस नेता के दम पर 68 में से 23 सीटों पर जीत दर्ज की उसे इस अभियान से दूर रखा गया। प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने पूर्व की कांग्रेस सारकार से पांच साल का हिसाब मांगा था। भाजपा ने चुनावों के दौरान हिमाचल मांगे जवाब अभियान को चलाया था। इसी तर्ज पर विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने भाजपा के उस अभियान का नकल कर रखा है।

भाजपा ने तो पूरी सरकार से जवाब मांगा था, लेकिन टीम सुक्खू सिर्फ चार सांसदों से ही हिसाब मांग रही है। विधानसभा चुनावों से पहले भी टीम सुक्खू ने मोदी सरकार के खिलाफ कई अभियान शुरू किया, फिर भी जनता ने कांग्रेस का साथ नहीं दिया। ऐसे में देखना यह है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा सांसदों से हिसाब मांगने वाला अभियान कहां तक सफल हो पाता है।

बड़सर के विधायक एवं पूर्व सीपीएस इंद्रदत्त लखनपाल ने पत्रकार वार्ता में कहा कि सांसद अनुराग ठाकुर बीते चार साल के कार्यकाल का हिसाब दें। अनुराग बताएं कि चार साल के कार्यकाल में उन्होंने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में कौन सा बड़ा प्रोजेक्ट लाया है। जहां तक एम्स की बात है तो इसका श्रेय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा स्वयं को लेते हैं, जबकि सांसद अनुराग ठाकुर एम्स का श्रेय खुद लेते हैं।

ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और संसदीय क्षेत्र हमीरपुर के सांसद दोनों ही एम्स का श्रेय लेकर सुपरमैन बनने की कोशिश कर रहे हैं। इंद्रदत्त लखनपान ने कहा कि जब भी लोकसभा के चुनाव नजदीक आते हैं तो उन्हें रेल की याद आ जाती है। हमीरपुर तक रेल लाइन जल्द ही पहुंचाने का वादा कर जनता से वोट ऐंठते हैं, लेकिन चुनावों के बाद दोबारा रेललाइन को भूल जाते हैं।

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