मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने देश की एकता और अखण्डता को मज़बूत बनाने के उद्देश्य से भाईचारे की भावना को मजबूत बनाने पर बल दिया, जो मनुष्य को एक सूत्र में बांधती है। वह गत सांय नई दिल्ली में जम्मू-कश्मीर विचार मंच द्वारा सामुहिक महा शिवरात्रि महोत्सव में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर राज्य की संस्कृति बहुत समृद्ध है और समुदाय से उनकी समृद्ध विरासत के संरक्षण का आग्रह किया ताकि उनकी पहचान भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित रहे। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न भागों में राज्य से दूर रह रही युवा पीढ़ी को अपने रीति-रिवाजों तथा संस्कृति के बारे में जागरूक रहना चाहिए और अपनी जड़ों से जुड़ने के प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कश्मीर के लोगों से जुड़े रहने तथा आपस में मजबूत बन्धन बनाने तथा राष्ट्रीय राजधानी में सामाजिक तथा सांस्कृतिक उद्देश्यों के लिए अपने संगठन के माध्यम से एकजुट कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने दिल्ली में कश्मीर के सभी लोगों को एक छत तले लाने के लिए आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के लिए जम्मू-कश्मीर विचार मंच की सराहना की।
श्री जय राम ठाकुर ने जम्मू-कश्मीर के साथ उनके जुड़ाव की पुरानी यादों को ताजा किया जहां, उन्होंने कुछ वर्षों तक काम किया और राज्य के लोगों के साथ मजबूत भावनात्मक सम्बंध विकसित किए। उन्होंने उन दिनों के अपने सहयोगियों तथा शिक्षकों को भी याद किया।
मुख्यमंत्री ने सामाजिक सेवा, साहित्य तथा बहादुरी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठित सेवाओं के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई दी।
इस अवसर पर एक आकर्षक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
आई.सी.सी.आर. के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुदे ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखें।
जम्मू-कश्मीर विचार मंच के अध्यक्ष संजय गंजू ने मुख्यातिथि तथा अन्यों का स्वागत किया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता महेन्द्र पाण्डे, राजकुमार भाटिया, अजय भारती व सुरेन्द्र अम्बरदार, जम्मू-कश्मीर विचार मंच के सदस्य तथा पदाधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।