फेमिदा बानो पिछले 40 साल से अजमेर जाकर ख्वाजा साहब की दरगाह पर चादर चढ़ाने की सोच रही थीं, पर पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में ही समय गुजर गया। कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण भी मामला टलता गया और देखते-देखते बुढ़ापा आ गया। जब कहीं से कोई उम्मीद नहीं बची, तब फेमिदा बानो के लिये मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना आशा की किरण साबित हुई।
रविवार को फेमिदा बानो अजमेर जाने के लिये बुरहानपुर रेलवे स्टेशन आईं, तो उनके चेहरे की खुशी देखते ही बनती थी। महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने सभी तीर्थ यात्रियों को सम्मानित किया और उनकी शुभ यात्रा की कामना की। तेरासी वर्षीया खातून बी हो अथवा 76 वर्षीय हसन मोहम्मद, 82 वर्षीय मुस्तक मोहम्मद हो या 80 साल के मोहम्मद युसुफ, सभी को उनके परिजन स्टेशन पर विदा करने आए थे।
बुरहानपुर के 63 वर्षीय अफजल अहमद तथा उनकी 61 वर्षीय पत्नी सईदा फरहत का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा शुरू की गई तीर्थ दर्शन योजना उनके जैसे कठिन परिस्थिति के लोगों के लिये बड़ी नेमत है जो जिन्दगी भर अपनी जिम्मेदारियाँ पूरी करते रहते हैं और जियारत उनके लिये एक सपना ही रह जाती है। इस दौरान 83 वर्षीय खातून बी ने कहा कि ‘मेरा जो सपना मेरे बेटे पूरा नहीं कर पाये उसे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरा कर दिया।’