प्रदेश की आर्थिक सूरत बदलने, युवाओं को रोजगार मुहैया कराने और नए उद्योग लगाने के लिए आयोजित किया गया उद्योगपतियों और कारोबारियों का महामेला आज यानी बुधवार से लखनऊ में शुरू हो गया। मौके पर प्रधानमंत्री सहित देश के बड़े उद्योगपति मौजूद हैं। समिट में सभी उद्योगपतियों और प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “यूपी को बिमारू राज्य से बाहर निकाल कर उत्तर प्रदेश को एक समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में किया गया ये एक प्रयास है। श्री योगी ने कहा, “PM कहते हैं कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता भारत को विश्व पटल पर महाशक्ति के रूप में स्थापित करना है तो इस का मार्ग उत्तर प्रदेश से होकर जाता है।” इसके बाद उन्होंने पीएम को साल और स्मृतिचिह्न देकर उनका अभिनन्दन किया। इसके बाद पीएम मोदी को उद्योगपतियों को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया। पीएम मोदी ने अपने भाषण के शुरुआत में ही सीएम योगी आदित्यनाथ के काम की तारीफ करते हुए कहा, “यूपी में परिवर्तन दिखने लगा है।”
पीएम मोदी ने कहा, “जब परिवर्तन होता है तो सामने दिखने लगता है, यूपी में इतने व्यापक स्तर पर इन्वेस्टर्स समिट होना और इतने निवेशकों और उद्यमियों का उपस्थित होना अपने आप में अपने बहुत बड़ा परिवर्तन है। पीएम ने कहा, “पहले की स्थितियां क्या थी यह यूपी के लोगों से बेहतर कोई नहीं जानता। नकारात्मकता भरे माहौल से पॉजिटिविटी की तरफ लाना, यूपी में न्यू उत्तर प्रदेश की बुनियाद तैयार हो चुकी है।”
यूपी की विशेषताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “लखनऊ के चिकन का काम मशहूर है तो मलिहाबाद के आम पूरे देश में प्रसिद्ध, भदोही की कालीन, फिरोजाबाद का कांच चमक दिखाकर ही रहता है। यहां आगरे का पेठा है तो कन्नौज का एक कवि, यहां सुबह बनारस है तो अवध की शाम में भी है। यहां ताजमहल और सारनाथ है या मथुरा और काशी भी है, यहां राम की लीला है तो कृष्ण की रास भी है। यहां गंगा है, यमुना है तो सरयूजी का आशीर्वाद भी है।
उन्होंने कहा, “नंबर वन और नंबर दो के इस कंप्यूटर कंपिटीशन के बीच कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर भी मंथन किया जाना जरूरी है, सवाल यह कि आगे क्या उत्तर प्रदेश की क्षमता सिर्फ इतनी है? क्या उत्तर प्रदेश अपने सामर्थ्य के साथ पूरा न्याय कर पाया है?”
“उत्तर प्रदेश में वैल्यू है और अब बदले गए समय में वैल्यू एडिशन की भी ज्यादा आवश्यकता है। सिर्फ वक्त ही नहीं सिर्फ बिजनेस कल्चर में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में यूपी का जो स्ट्रेंथ है उसके सामर्थ्य के साथ पूरा न्याय करने की बहुत जरूरत है। अब यूपी में उद्यमियों के लिए रेड कार्पेट होगा। अब यूपी में उद्यमियों के लिए रेड कार्पेट होगा। यहां उद्यमियों को एक सीमा में ऑनलाइन परमिशन मिल जाएगा, इसमें ह्यूमन इंटरफ़ेस की संभावना बहुत कम होगी। ”
इससे पहले समिट की शुरूआत में बोलेत हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के हेड मुकेश अंबानी ने कहा कि ‘हम सभी को मिलकर प्रधानमंत्री का सपना उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना है’। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, “2018 के अंत तक जियो उत्तर प्रदेश के हर एक गांव तक पहुंच जाएगा।” अपनी स्पीच के दौरन मुकेश अंबानी ने नमामी गंगे योजना में भी रिलायंस के भागीदारी के लिए रूची दिखाई और कहा कि, “रिलायंस फाउंडेशन ‘नमामि गंगे’ मिशन में हर तरह की मदद के लिए तैयार है। अंत में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं को स्मार्ट बनाने के लिए रिलायंस लगातार काम करेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि जियो 20000 करोड़ के निवेश के साथ उत्तर प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा निवेशक है और अगले तीन सालों में और 10000 करोड़ा का निवेश करेगा।इनके बाद अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी मंच पर आए और उन्होंने भी राज्य में 35000 करोड़ के निवेश की बात कही।
वहीं आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने 25000 करोड़ के निवेश का वादा किया है। इनकेे बाद मंच पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा आए। इन्होंने कहा कि, “यूपी को किसी राज्य से नहीं बल्की किसी देश से तुलना करनी चाहिए।” इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लगाने की भी बात कही। समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया जहां एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया है। प्रधानमंत्री जहां मेक-इन-इंडिया और मेक-इन-यूपी का मंत्र देंगे, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ बताएंगे कि कैसे यूपी खुद को बदलते हुए निवेश के लिए बेहतरीन गंतव्य बन रहा है। वहीं दो दिन तक चलने वाले निवेश के इस महामेले का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार को समापन करेंगे और अपना खास संदेश देंगे।
समिट के जरिये करोड़ों रुपये का निवेश व लाखों लोगों के रोजगार की जमीन तैयार होगी।यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2018 के लिये राजधानी लखनऊ को निवेशकों के स्वागत में दुल्हन की तरह सजाया गया है। इस अभूतपूर्व समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 फरवरी को सबेरे 10 बजे इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में करेंगे। प्रधानमंत्री यहीं पर प्रदर्शनी का भी शुभारम्भ और अवलोकन करेंगे। इसके बाद औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना स्वागत सम्बोधन करेंगे। उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट-2018 की थीम पर आधुनिक तकनीक से विशेष प्रस्तुतिकरण होगा।
समिट को देश के ख्याति प्राप्त उद्योगपति मुकेश अम्बानी, गौतम अडानी, सुभाष चन्द्रा, कुमार मंगलम, बिड़ला, आनन्द महेन्द्रा, पंकज पटेल, शोभना कामिनेनी, रशेश शाह तथा एन. चन्द्रशेखरन सम्बोधित करेंगे। मारीशस के पूर्व राष्ट्रपति, अनिरूद्ध जगन्नाथ भी अपने विचार रखेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के औद्योगिक विकास व प्रदेश के समग्र विकास पर अपना सम्बोधन देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री द्वारा का संबोधन होगा। मुख्य सचिव राजीव कुमार के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ ही उद्घाटन सत्र बारह बजे खत्म होगा।
कन्ट्री पार्टनर के रूप में फिनलैण्ड, नीदरलैण्ड, जापान, चेक गणराज्य, थाईलैण्ड, स्लोवाकिया तथा मारीशस के प्रतिनिधि और उद्योगपति शिरकत करेंगे। साढ़े तीन लाख करोड़ का निवेशएक हजार से ज्यादा के एमओयू पर होगा करार यूपी में निवेश के लिए और उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश अपना उद्योग लगाने के लिए समझौता पत्र भी हस्ताक्षरित किये जायेंगे। राज्य सरकार ने उद्यमियों के हितपरक आकर्षक एवं व्यवहारिक औद्योगिक विकास नीति जारी की है। इसके साथ ही उद्यम स्थापना पर उद्योगपतियों को आवश्यक छूट और अन्य सुविधायें भी उपलब्ध कराने की प्रभावी पहल की गयी है। साढ़े तीन लाख करोड़ का निवेश होने की उम्मीद है। करीब एक हजार से ज्यादा के एमओयू पर करार होने तैयारी है।
2 दिन सत्र : 30 सत्र पार्टनर कंट्री : 7 डेलीगेट्स : 6000 केंद्रीय मंत्री : 18 यह मंत्री करेंगे शिरकत केन्द्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री , सुरेश प्रभु केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री, नितिन गडकरी केन्द्रीय लघु उद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), गिरिराज सिंह केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री मनोज सिन्हा केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती हरसिमरत कौर केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), राजकुमार सिंह केन्द्रीय वस्त्रोद्योग मंत्री, श्रीमती स्मृति इरानी केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री, श्रीमती अनुप्रिया पटेल केन्द्रीय पर्यटन सचिव, सुश्री रश्मि वर्मा केन्द्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री, डा. महेश शर्मा केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद केन्द्रीय वित्त मंत्री, अरूण जेटली केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री, सीआर चौधरी केन्द्रीय रक्षा मंत्री, श्रीमती निर्मला सीतारमण केन्द्रीय कौशल विकास मंत्री, धर्मेन्द्र प्रधान विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री, डा. हर्षवर्धन केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री, पुष्पपति अशोक गजपति राजू केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री, जनरल वीके सिंह
सतीश महाना प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री,सतीश महाना ने कहा है कि उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट के सफल आयोजन के लिये सभी व्यवस्थायें पूरी की जा चुकी हैं और निवेशकों को पहुंचना शुरू हो गया है। इन्वेस्टर्स समिट अपने में एक ऐतिहासिक समिट है, जिसकी सराहना देश और प्रदेश के ख्याति प्राप्त उद्योगपतियों ने की है। इस समिट में भाग लेने के लिये उद्योगपति खुद ही आने के लिये उत्सुक हैं।