सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में खेले गए दूसरे टी 20 मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने भारत को छह विकेट से हरा दिया. साउथ अफ्रीका के सामने जीत के लिए 189 रनों का लक्ष्य था जिसे टीम ने चार विकेट खोकर 8 गेंद पहले हासिल कर लिया. इस जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है.
साउथ अफ्रीका की जीत में सबसे बड़ा योगदान रहा हाइनरिक क्लासेन का. अपने होम ग्राउंड पर खेल रहे हाइनरिक क्लासेन ने नाबाद 69 रनों की पारी खेल सबका दिल जीत लिया. भारत के तेज गेंदबाज से लेकर स्पिनर युजवेन्द्र चहल तक उनके निशान पर रहे. अपनी 30 गेंदों की पारी में इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने तीन चौके और 7 गगनभेदी छक्के लगा कर भारत ले जीत छीन ली. चहल इस मुकाबले में खासे मंहगे साबित हुए और चार ओवर में 64 रन लुटा गए.
लेकिन इस मुकाबले में अंत तक भारतीय टीम की जीत की उम्मीद बनी थी. क्योंकि भारत के पास ऐसे गेंदबाज़ हैं जिन्होंने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ों को इस पूरे दौरे पर परेशान करके रका. लेकिन 19वें ओवर में वो हुआ जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी 18 ओवर के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम 173/4 रन बनाकर खेल रही थी. उस समय कप्तान जेपी डूमिनी और फरहान बेहारदीन क्रीज़ पर मौजूद थे. कप्तान कोहली ने 19वें ओवर में तेज़ गेंदबाज़ जयदेव उनादकट को गेंद सौंपी. इस समय दक्षिण अफ्रीकी टीम को जीत के लिए 12 गेंदों में 16 रनों की दरकार थी.
जयदेव उनादकट पहली गेंद लेकर दौड़े. उन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर एक ऑफ कटर फेंकी. जिस पर बेहारदीन शॉट खेलकर 2 रन चुरा लिए. उनादकट गेंद मिस करवाने की कोशिश में अगली गेंद वाइड फेंक गए जिस पर मेज़बान टीम को एक रन और मिल गया अब दक्षिण अफ्रीका को 11 गेंदों में 13 रनों की दरकार थी. बेहारदीन ने इस गेंद को थर्ड मैन की तरफ खेला और एक रन चुरा लिया. जिसके बाद स्ट्राइक सीधे कप्तान डूमिनी के पास चली गई. अब मेज़बान टीम को जीत के लिए 10 गेंदों में 12 रनों की दरकार थी. ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि अगर उनादकट इस ओवर को निकाल दें तो अंतिम ओवर में भुवनेश्वर कुमार कुछ बड़ा कमाल कर सकते हैं.
लेकिन 19वें ओवर में वही हुआ जिसका डर था, उनादकत ने डूमिनी को फुल टॉस गेंद फेंकी जिसे डूमिनी ने बिना मौका गंवाए स्कवेयर लेग के ऊपर से छह रनों के लिए भेज दिया. अब मेज़बान टीम को महज़ 6 रनों की दरकार थी, उनादकट ने एक यॉर्कर फेंकने की कोशिश की लेकिन लेग स्टंप पर ओवर पिचड पड़ी और डूमिनी ने इस गेंद को भी सीधे छह रनों के लिए सीमा रेखा के पार पहुंचा दिया. इस छक्के के साथ ही दक्षिण अफ्रीका की टीम ने सीरीज़ में खुद को जीवंत रखते हुए सीरीज़ को 1-1 से बराबकर लिया.
इससे पहले भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मनीष पांडे के शानदार अर्धशतक शतक और धोनी की आतिशी पारी की मदद से 188 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया था. लंबे अर्से बाद धोनी के बल्ले से टी20 अर्धशतक भी निकाल और वो अपने पुराने रंग में नज़र आए. वहीं दूसरे छोर पर मनीष पांडे ने जमकर बल्लेबाज़ी की और 48 गेंदों में छह चौके और तीन छक्कों के साथ नाबाद 79 रन बनाए. इन दोनों के अलावा सुरेश रैना (30) और शिखर धवन (24) ने भारत को अच्छी शुरूआत दिलाई. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने रोहित शर्मा के विकेट के बाद भारतीय पारी को संवारने का काम किया.