हरदा जिले में 3 हजार 800 से अधिक पक्के मकान उन स्थानों पर बन गए हैं, जहां कभी कच्चे झोपड़े हुआ करते थे। प्रधानमंत्री आवास योजना में बने इन मकानों के हितग्राहियों को 60 करोड़ रुपए से अधिक की मदद प्रशासन द्वारा दिलवाई गई है। गरीब और कमजोर वर्गों को अपने घर का सुख देने के लिये संचालित इस योजना के हितग्राही कहते हैं कि ये मकान नहीं, हमारे सपनों के घर हैं। पक्के मकान मिल जाने से अब ये परिवार जानवरों, साँप-बिच्छू, कीड़े-मकोड़ों से सुरक्षित हो गए हैं। साथ ही विपरीत मौसम की मार से भी अब ये गरीब परिवार बच सकेंगे। इन मकानों में शौचालय की सुविधा भी है। मकानों के मालिक ये परिवार अब खुले में शौच जाने से भी मुक्त हो गये हैं।
रामसिंह को हरदा जिले के ग्राम पीपल्या माफी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए एक लाख 20 हजार रुपए स्वीकृत हुए। घर के निर्माण में रामसिंह ने खुद मजदूरी कर 15 हजार रूपए बचा लिए।
रामसिंह और उसकी पत्नी शिवरति मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं। उनके तीन बच्चे हैं। जब आवास स्वीकृत हुआ तब रामसिंह ने अपनी पत्नी को मायके लाड़पुर भिजवा दिया था। जब पूरा मकान 45 दिन में बन गया, तब शिवरति वापस आई तो अपना पक्का मकान देख आश्चर्यचकित रह गई। उसे अपने घर की गली ही समझ में नहीं आई।
रामसिंह के घर के पास ही है अन्य हितग्राहियों के प्रधानमंत्री आवास योजना में बनवाये गये पक्के मकान। रामसिंह का पूरा परिवार शासन को इस योजना के लिए धन्यवाद देता है। वो कहते हैं कि हम जैसे गरीबों के लिए यह योजना ईश्वर की किसी नेमत से कम नहीं है।