ऊना। पुलिस अधीक्षक ऊना दिवाकर शर्मा से मिलने पहुंचे एक व्यक्ति को पंजाब के CM अमरिंदर सिंह का सलाहकार बताना महंगा पड़ गया। जांच के दौरान पता चला कि खुद को CM का सलाहकार बताने वाला शख्स झूठ बोल रहा है। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने पंजाब के व्यक्ति के खिलाफ नकली आईडी कार्ड बनाने पर मामला दर्ज कर लिया गया। उक्त व्यक्ति किस कारण से एसपी के समक्ष झूठ बोल रहा था और क्यों खुद को मुख्यमंत्री का सलाहकार बता रहा था, इसको लेकर पुलिस जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक जगजीत सिंह संधू मंगलवार को एसपी ऊना दिवाकर शर्मा से मिलने पहुंचा, जो कि खुद को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का सलाहकार बता रहा था। इसके अलावा जगजीत सिंह संधू ने बताया कि उसका भाई सुखराज सिंह आईपीएस अधिकारी भी है। अपनी और भाई की प्रमाणिता के लिए अपना आईडी कार्ड व भाई का विजटिंग कार्ड SP को दिखाया। काफी देर चली वार्तालाप के बाद एसपी को शक हुआ और तुंरत जांच के लिए सीएम कार्यालय पंजाब में संपर्क किया। जांच के दौरान पाया कि जगजीत सिंह संधू के नाम का कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री का सलाहकार नहीं है।
जगजीत सिंह संधू के CM कार्यालय के बने आईडी कार्ड बनने पर भी सवाल उठने शुरू हो गए है। संधू का सीएम कार्यालय का कार्ड कैसे बना, अंडर सेक्रेटरी की मोहर कैसे लगी, इसको लेकर बेशक पुलिस ने जांच तेज कर दी है। लेकिन सवाल यह है कि बेखौफ होकर संधू कैसे अधिकारियों से मिल रहा है। अगर संधू ऊना में न पकड़ा जाता, तो आखिर कितनों की आंखो में धूल झौंकता।