जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय के साथ इस्लामिक विरासत और समझ बढ़ाने को लेकर राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उन्हें गर्व है। उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम का संदेश भारत ने दुनिया को दिया। भारत ने पूरी दुनिया को एक परिवार का संदेश दिया।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि विरासत की विविधता पर हमें गर्व है, विविधता की विरासत पर हमें गर्व है। जहां पर मंदिर में दिया जलता हो, मस्जिद में सजदा पर हमें गर्व है। गुरुद्वारे में सबद, चर्चा में प्रार्थना पर हमें गर्व है। उन्होंने कहा कि परंपरा की विविधता हमें संबल देती है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में समानता, विविधता, सामंजस्य है। विश्व में अनिश्चितता और आशंका आतंकवाद के कारण बढ़ा है।
पीएम मोदी ने कहा कि सबकी तरक्की के लिए सबको साथ लेकर चलना है। आतंक के खिलाफ मुहिम किसी धर्म को लेकर नहीं है। भारत की विविधता ही इसकी शक्ति भी है। देश की खुशहाली से हर एक की खुशहाली जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ने में मज़हब के पैगाम बेहद अहम है। इस मौके पर जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने कहा कि कई लोगों की तरफ से दुनिया में अविश्वास बढ़ाया जा रहा है। आज जो धर्म के नाम पर हम देख रहे हैं उसमें लोगों का बांटा जा रहा है। ऐसी घृणास्पद विचारधारा आपस में लड़ाई पैदा करने के लिए ‘गॉड’ के नाम पर गलत बयानी करता है।
भारत यात्रा पर आए जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय का आज राष्ट्रपति भवन में औपचारिक रूप से स्वागत किया गया। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनका स्वागत किया, जिसके बाद उन्हें पारंपरिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बता दें कि जॉर्डन के किंग तीन दिनों की यात्रा पर कल शाम यहां पहुंचे जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाईयों पर ले जाना है।
राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के बाद किंग अब्दुल्ला द्वितीय राजघाट गए, जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी बीच अपनी यात्रा को लेकर किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने कहा, ‘मैं भारत में अपनी दूसरी यात्रा पर आया हूं और यहां दिए गए सम्मान से खुश हूं।’ बता दें कि भारत में करीब 17 करोड़ मुसलमान हैं जो देश की कुल आबादी के 15 फीसदी है। भारत की मुस्लिम आबादी दुनिया की बड़ी आबादियों में से एक है। इससे पहले मंगलवार रात को पीएम मोदी ने शाह अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल-हुसैन का हवाई अड्डे पर स्वागत किया जो उनके दौरे के महत्व को दर्शाता है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल-हुसैन से मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने के तरीकों पर उनसे चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट करके कहा, ‘ऐतिहासिक संबंध और मजबूत हुए। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जार्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल-हुसैन से भेंट की। दोनों नेताओं के बीच कारोबार, निवेश, रक्षा एवं प्रतिरक्षा, पर्यटन एवं लोगों से लोगों के बीच संपर्क समेत सभी क्षेत्रों में सहयोग मजबूत बनाने पर अच्छी चर्चा हुई।