शोध के मुताबिक शाम के समय मांसपेशियों में सुबह की तुलना में ज्यादा ताकत होती है और ये बेहतर ढंग से काम करने में सक्षम होते हैं। साथ ही शाम के समय हारमोन में तब्दीलियां भी होती है। नतीजतन रात को वर्कआउट करने से हमारा शरीर तेजी से टोन-अप होता है। हालांकि सुबह कोर्टिसोल का स्तर ज्यादा होता है जिससे मसल को सुरक्षित किया जा सकता है। लेकिन शाम को टेस्टोस्ट्रोन में इजाफा होता है। नतीजतन इससे शरीर में फुर्ती आती है। अतः शरीर को टोन-अप होने में मदद मिलती है।
रात को वर्कआउट के बाद आप बेहतर नींद भी हासिल कर सकते हैं। असल में मौजूदा समय में शारीरिक कामकाज न के बराबर रह गया है। ऐसे में यदि रात को वर्कआउट किया जाए तो इसका असर नींद पर भी देखने को मिलता है। अध्ययन के मुताबिक जो लोग जितनी मेहनत से वर्कआउट करते हैं, उन्हें उतनी ही बेहतर नींद आती है।
वैसे यदि आप अकसर नींद न आने की शिकायत करते हैं तो अच्छी नींद के लिए रात को रनिंग यानी दौड़ का सहारा भी ले सकते हैं। जितना ज्यादा दौड़ेंगे, शरीर उतना ही थकान महसूस करेगा। परिणामस्वरूप आप जल्द नींद की आगोश में खो जातें है।