मैच के दौरान शुरू में श्रीलंकाई बल्लेबाजों द्वारा तेजी से रन बनाने से ऐसा लग रहा था कि रोहित शर्मा का पहले गेंदबाजी करने का फैसला उलटा पड़ गया है। श्रीलंका ने पहले दो ओवर में 24 रन जुटा लिये थे। बायें हाथ के तेज गेंदबाज उनादकट ने पहले ही ओवर में 15 रन लुटा दिये। लेकिन भारत ने लगातार ओवरों में दो विकेट प्राप्त कर श्रीलंकाई टीम पर लगाम लगाई।
शार्दुल ने धनुष्का गुणतिलक 17 रन के नीजि स्कोर पर तीसरे ओवर में आउट किया, सुरेश रैना ने मिड विकेट पर शानदार कैच लपका। सुंदर ने फिर फार्म में चल रहे कुशाल परेरा को अगले ओवर में पवेलियन भेजा जो रिवर्स स्विप खेलने के प्रयास में विकेट खो बैठे। लेकिन इसके बाद कुसाल मेंडिस ने उपुल थरंगा (22) के साथ मिलकर भारतीय गेंदबाजों के लिये परेशानी खड़ी करते हुए तीसरे विकेट के लिये 62 रन की भागीदारी निभाई, जिससे श्रीलंका ने 10 ओवर के बाद दो विकेट गंवाकर 94 रन बना लिये।
कुसाल मेंडिस ने अच्छी फार्म जारी रखते हुए भारतीय गेंदबाजों को नहीं बख्शा जबकि थरंगा दूसरे छोर पर उनका साथ निभाते रहे। शंकर ने इस खतरनाक दिख रही भागीदारी का अंत किया, उन्होंने 11वें ओवर में थंरगा को बोल्ड किया। लेकिन शंकर ने दो खराब गेंद फेंकी, जिस पर श्रीलंकाई कार्यवाहक कप्तान तिसारा परेरा (15) ने दो छक्के जड़ दिए। इस बीच कुसाल मेंडिस ने महज 31 गेंद में पांच पारियों में अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया।
लेकिन भारत ने तेजी से तिसारा परेरा, जीवन मेंडिस और कुसाल मेंडिस के रूप में तीन विकेट झटककर वापसी की। श्रीलंकाई कप्तान शार्दुल ठाकुर की गेंद पर चहल को कैच दे बैठे। सुंदर ने जीवन मेंडिस को आउट किया। कुसाल मेंडिस चहल की गेंद पर रोहित को आसान कैच दे बैठे। शार्दुल ने फिर 19वें ओवर में दासुन शनाका (19) और दुष्मंत चामीरा को लगातार गेंद में आउट किया, हालांकि इस गेंदबाज के पास हैट्रिक का मौका था लेकिन वह इससे चूक गये।