पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब से श्री नैना देवी के बीच रज्जू मार्ग बनाने की प्रक्रिया दोबारा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पंजाब के मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से यह मामला उठाया था। पंजाब सरकार ने वर्षों से लंबित पड़े श्री आनंदपुर साहिब तथा श्री नैनादेवी जी के बीच रज्जू मार्ग परियोजना पर दोबारा प्रक्रिया आरंभ करने पर अपनी सहमति दे दी है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि उन्होंने लंबे समय से लंबित इस महत्वाकांक्षी परियोजना की प्रक्रिया को फिर से आरंभ करने के लिए पंजाब सरकार को निजी तौर पर ध्यान देने के संबंध में एक पत्र लिखा था।मंगलवार को इस संबंध में पंजाब के मुख्यमंत्री से एक पत्र प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने पंजाब सरकार के पर्यटन सचिव को इस परियोजना के संबंध में सभी औपचारिकताओं को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए हैं।
अब इस परियोजना का कार्य सही रूप से आरंभ करने के लिए नए सिरे से समझौता ज्ञापन तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार तथा पंजाब सरकार के मध्य सार्वजनिक निजी सहभागिता आधार पर इस परियोजना की स्थापना के लिए 26 जुलाई 2012 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
कुछ कारणों के चलते यह समझौता ज्ञापन लागू नहीं किया जा सका और पिछली कांग्रेस सरकार ने इसे रद्द कर दिया था। उन्होंने कहा कि धार्मिक तथा साहसिक पर्यटन को विशेष बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने अब इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह परियोजना हिमाचल के श्री नैनादेवी जी तथा पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब जैसे पावन शहरों का भ्रमण करने वाले सैलानियों तथा श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र होगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न केवल पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी, बल्कि राज्य में पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।