वीरभद्र सरकार के कार्यकाल में आबकारी नीति में संशोधन कर बनाए निगम से विभाग को करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है। विभाग ने उच्च स्तरीय जांच करवाने के लिए मुख्यमंत्री को फाइल भेजी है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर आबकारी नीति के कारण सामने आई गड़बड़ियों की व्यापक जांच होगी। मंत्रिमंडल जल्द मामले के लिए जांच एजेंसी तय करेगी। अनुमान है कि आबकारी नीति में हुए बदलाव से लगभग दो सौ करोड़ का राजस्व नुकसान हुआ है।
प्रारंभिक तौर पर विभाग को व्यापक गड़बड़ियां मिली हैं। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अनौपचारिक बातचीत में कहा कि पूर्व सरकार में हुई फिजूलखर्ची और गलत नीतियों से सरकार के राजस्व को भारी नुकसान हुआ है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सरकार फिजूलखर्च रोकने के लिए काम कर रही है। आय के साधन बढ़ाने के लिए सरकार अपने स्तर पर काम करेगी, केंद्र से भी मदद ली जा रही है।