पंजीयन के लिये आयोजित की जा रही हैं विशेष ग्राम सभाएँ
प्रदेश में रबी फसलों के लिये किसानों के पंजीयन का कार्य लगातार किया जा रहा है। इसके लिये प्रदेशभर की ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा भी आयोजित की जा रही हैं। रबी फसल में चना, मसूर, सरसों, प्याज और लहसुन के लिये किसानों का पंजीयन किया जा रहा है। अब तक 8 लाख 26 हजार 771 किसानों का भावांतर भुगतान योजना में पंजीयन किया जा चुका है। यह पंजीयन 18 लाख 44 हजार हेक्टेयर भूमि की फसल के लिये किया गया है।
प्रदेश में लहसुन में 20 जिलों में भावांतर भुगतान योजना में पंजीयन किया जा रहा है। लहसुन फसल के लिये नीमच, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, इंदौर, सागर, छिन्दवाड़ा, शिवपुरी, शाजापुर, राजगढ़, छतरपुर, आगर-मालवा, गुना, धार, देवास, सीहोर, रीवा, सतना, भोपाल और जबलपुर जिले में किसानों का पंजीयन किया जा रहा है। लहसुन के लिये पंजीयन का कार्य 31 मार्च तक होगा। बाकी फसलों के लिये पंजीयन का कार्य 24 मार्च तक होगा। ग्रामसभाओं में पंजीयन का कार्य ऑफलाइन किये जाने की व्यवस्था की गई है।
भावांतर भुगतान योजना में इंदौर संभाग में 69 हजार 723, उज्जैन संभाग में एक लाख 57 हजार 622, ग्वालियर में एक लाख 38 हजार 946, चम्बल संभाग में 37 हजार 559, जबलपुर संभाग में 62 हजार 301, नर्मदापुरम संभाग में 34 हजार 348, भोपाल संभाग में एक लाख 72 हजार 718, रीवा में 22 हजार 32, शहडोल संभाग में 3 हजार 146 और सागर संभाग में एक लाख 30 हजार 376 किसानों के पंजीयन किये गये हैं। भावांतर भुगतान योजना में पंजीयन का कार्य 3 हजार 500 कृषि साख सहकारी समितियों और 257 कृषि उपज मण्डी समितियों में भी किया जा रहा है। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने भावांतर भुगतान योजना में किसानों के पंजीयन के संबंध में जिला कलेक्टर्स को आवश्यक निर्देश दिये हैं।