मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने आज मण्डी जिला के सुन्दरनगर में 73 लाख रुपये की लागत से निर्मित कृषि विभाग के संग्रहण केन्द्र भवन तथा 4.46 करोड़ रुपये की स्मार्ट भूमिगत डस्टबिन परियोजना का लोकापर्ण किया। उन्होंने भाखड़ा ब्यास प्रबन्धन बोर्ड कॉलोनी सुन्दरनगर में 3.47 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित वन विभाग के प्रशिक्षण संस्थान परिसर तथा2.46 करोड़ रुपये की लागत से बने रेंजर प्रशिक्षण भवन के भी लोकापर्ण किये। उन्होंने 3 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय प्रयोगशाला भवन की आधारशिला भी रखी।
उन्होंने इस अवसर पर जामुन के पौधे का रोपण भी किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि भूमिगत डस्टबिन परियोजना के अन्तर्गत शहर के कुड़े-कचरे का वैज्ञानिक ढंग से निपटान सुनिश्चित होगा, जिससे सही मायने में शहर सुन्दरनगर बनेगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के कार्यान्वयन पर प्रदेश के तीन शहरों धर्मशाला, सुन्दरनगर तथा पांवटा साहिब में 15.99 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि परियोजना से वैज्ञानिक तरीके से कचरा संग्रहण व प्रबन्धन सुनिश्चित होगा और इसके लिए कम जगह की आवश्यकता होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग के एकत्रीकरण केन्द्र से किसानों को उनके उत्पादों के वाज़िब दाम सुनिश्चित होंगे। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र में सभी आधुनिक सुविधाएं प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय प्रयोगशाला क्षेत्र के समृद्ध पर्यावरण को बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगी।
श्री ठाकुर ने कहा कि नया वन प्रशिक्षण संस्थान परिसर तथा रेंजर प्रशिक्षण भवन युवा वन अधिकारियों को लाभान्वित करेगा और इस संस्थान में उच्च श्रेणी का प्रशिक्षण सभागार व उपकरण उपलब्ध होंगे।
उन्होंने इस अवसर पर संस्थान की वेबसाईट का भी शुभारम्भ किया।
वन मंत्री श्री गोबिन्द ठाकुर, विधायक श्री राकेश जम्वाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती मनीषा नन्दा, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन श्री तरूण कपूर, प्रधान मुख्य अरण्यपाल गोराया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।