मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि शिमला के जुब्बड़हट्टी और कुल्लू के भुंतर की हवाई पट्टी का विस्तार नहीं होगा। भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए शिमला एयरपोर्ट का विस्तार संभव नहीं है। भुंतर एयरपोर्ट का रनवे बढ़ाने के लिए ब्यास नदी का रुख मोड़ना पडे़गा, जो बेहद खर्चीला कार्य है। सेना के सहयोग से कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के प्रयास चले हैं। पठानकोट में आतंकी हमले जैसी वारदातों के बाद इस संबंध में रक्षा मंत्री से भी मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक और एयरपोर्ट बनाने को लेकर विचार चल रहा है। जहां पर मध्यम दर्जे के हवाई जहाज उतर सकें। इसके लिए मंडी के नेरढांगू और घोघड़धार में काफी जगह मौजूद है।
पूर्व में नेरढांगू को लेकर हुए सर्वे में कुछ तकनीकी खामियां पाई गई थीं। सीएम ने सुंदरनगर में पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार और जगह देखने को भी तैयार है। नेर ढांगू फोरलेन के साथ स्थित है, इसलिए बेहतर स्थान हो सकता है। सीएम ने कहा कि हैली टैक्सी योजना शुरु करने के लिए केंद्र सरकार से 100 करोड़ रुपये की मांग की गई है। जिससे विभिन्न पर्यटन स्थलों पर हैलीपैड बनाने के साथ-साथ उन्हें खड़ा करने का स्थान बनाया जा सके।
सीएम ने कहा कि इस बार के केंद्रीय बजट में हिमाचल में रेल के लिए करीब 400 करोड़ की राशि रखी गई है। भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेल लाइन सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। इसलिए केंद्र सरकार से इसका निर्माण प्राथमिकता के आधार पर करने की मांग की गई है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि दसवीं और जमा दो के मेधावी छात्रों को दिए जाने वाले लैपटॉप की योजना को बंद नहीं किया गया है लेकिन इसे किस तरह से और बेहतर बनाया जा सकता है इसको लेकर शिक्षा विभाग से सुझाव मांगा गया है। इसके बाद सरकार मामले में अगला निर्णय लेगी।
नेरढांगू में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिए सबसे पहले सर्वे धूमल सरकार के समय में हुआ। सर्वे में पाया गया था कि सर्दियों के दौरान चार महीने तक यहां पर भारी धुंध होती है। सड़क पर वाहन चलाना ही खतरे से खाली नहीं होता। इस कारण एयरपोर्ट निर्माण को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
बीच में यह बात भी सामने आई कि यूरोप के कई शहरों में साल भर धुंध रहती है और वहां पर भी धुंध के बीच सारा साल हवाई जहाज उड़ान भरते हैं। ऐसे में वहां की तकनीक से निर्माण किया जाए। दूसरी ओर हिमाचल के साथ चीन की सीमा सटी होने के कारण युद्ध जैसी आपातकाल स्थिति में यहां पर बना बड़ा एयरपोर्ट वायुसेना के लिए भी लाभकारी रहेगा। पठानकोट एयरबेस से उड़ाने नहीं भरनी पड़ेगी। गोहर (मंडी)। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में मजबूत सरकार है और जनता के आशीर्वाद और सहयोग से चलेगी। यह क्रम बीस साल तक रुकने वाला नहीं। बीस साल तक पार्टी में मिले हर दायित्व को पूरा करने के बाद मुख्यमंत्री बना हूं।
मुख्यमंत्री नाचन विस क्षेत्र के चैलचौक में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार ने चहेतों को लाभ देने के लिए पांच साल काम किया बिना बजट और वित्त विभाग की मंजूरी लिए बिना संस्थान खोल दिए। कांग्रेस सरकार ने मिशन रिपीट के लिए आधे अधूरे कार्यों को फट्टा लगाकर वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शिमला और मंडी समेत अनेक जिलों में पहुंचकर वोट बटोरने के लिए उद्घाटन और शिलान्यास किए। पूर्व सरकार ने आबकारी विभाग में एक निगम का गठन कर 2 सौ करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। यह सब चहेतों को लाभ देने के लिए किया गया।
जयराम ने कहा कि स्व. ठाकुर कर्म सिंह से यह सीट मिलते मिलते छिन गई। पंडित सुखराम को भी यह सीट मिलते मिलते रह गई। अब मंडी के सिराज को यह सीट मिली है। जिसे मंडी वाले आगामी दो दशकों तक नहीं छोड़ेंगे। जयराम ने कहा कि पिछली सरकार ने बेरोजगारी भत्ता देने के नाम पर प्रदेश के युवाओं से धोखा किया है। पूर्व सरकार 21 हजार युवाओं को 7 करोड़ रुपये ही दे पाई। जबकि पूर्व सरकार ने इस योजना के लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपये की घोषणा की थी। इस मौके पर आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह, नाचन के विधायक विनोद कुमार और करसोग के विधायक हीरा लाल ने भाग लिया।