ऊना: संस्कृत कॉलेज डोहगी का बुधवार को वार्षिक समारोह और स्थापना दिवस मनाया गया। इसमें अतिरिक्त उपायुक्त कृतिका कुलहरी मुख्यातिथि रहीं। विशिष्ट अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य इंदू दड़ोच रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्कृत भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्राचार्य प्रो. भक्त वत्सल शर्मा ने कहा कि संस्कृत में विश्व का समस्त लौकिक और अध्यात्मिक ज्ञान समाहित है। इस विद्या के कारण ही भारत की महिमा पूरे विश्व में है। आज भारतीयों से यह उपेक्षा की जाती है कि भारतीय ज्ञान विज्ञान की इस कुंजी को अपने जीवन में धारण करें।
दीक्षांत समारोह में प्रदेश विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में वेदाचार्य में प्रथम पूजा, नेहा द्वितीय और किरण को तृतीय स्थान पाने पर और ज्योतिषाचार्य में शुभम द्वितीय तथा प्रवीण गौतम को स्मृति चिन्ह देकर नवाजा गया। छह मासिक परीक्षा में विष्णु प्रिया, नीलम, तृतीय व चतुर्थ में नेहा, ज्योति व तमन्ना ठाकुर को पुरस्कृत किया गया। महाविद्यालय के पूर्व स्नातकों को शास्त्री एवं आचार्य की उपाधि दी गई। इसमें ओमप्रकाश, पूजा, सुनील शर्मा, किरण बाला, अनु, मुकेश कुमारी, निशा, मधुबाला, पूर्णिमा, मंजू, रमा, रेखा, जर्म सिंह, शिवाली को बांटी गईं।
खेलों व शैक्षणिक प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण के प्रमाण पत्र और भाषा एवं संस्कृति विभाग का प्रमाण पत्र भी दिया गया। मंच संचालन डॉ. कृष्ण मोहन पांडेय और डॉ. प्रीतम सिंह ने किया।इस अवसर पर डॉ. मथुरा दास शर्मा, डॉ. केदार दत्त पुरोहित, डॉ. राजिंद्र शर्मा, डॉ. लाल सिंह पठानियां, डॉ. कृष्णा देवी, डॉ. रविदत्त शर्मा, डॉ. कमलकांत, डॉ. अविनाश मिश्र, शिवानी शर्मा, ममता, विपिन पटियाल, अंजू बन्याल, डोहगी पंचायत के प्रधान केसर धीमान, समाज सेवा समिति के अध्यक्ष डीआर शर्मा, सेवानिवृत्त शिक्षक किशोरी लाल उपस्थित रहे।