बता दें कि शिवराज सरकार ने मंगलवार को पांच संतों को राज्य मंत्री का दर्जा दिया था। इन पांच संतों में बाबा नर्मदानंद, बाबा हरिहरानंद, कंप्यूटर बाबा, भैय्यू जी महाराज और पंडित योगेंद महंत शामिल हैं।
गौरतलब है कि 31 मार्च को ही सीएम शिवराज ने इन पांच संतों को एक समिति का सदस्य बनाया था जो नर्मदा के शुद्धीकरण और आम लोगों में पानी के उचित उपयोग के लिए लोगों को जागरूक करने का काम करेगी। हालांकि विपक्ष पहले से ही सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहा है और इसे तुष्टिकरण की राजनीति कह रहा है।‘