उमा भारती ने अपने पत्र में दिग्विजय सिंह को सपत्नीक नर्मदा परिक्रमा के समापन पर शुभकामनाएं देते हुए अनुकरणीय बताया है। उन्होंने लिखा है कि, उनकी अभिलाषा थी कि अगर दिग्विजय सिंह नर्मदा परिक्रमा के भंडारे में बुलाएंगे तो जरूर जाऊंगी और आपने ससम्मान मुझे फोन कर बुलाया भी, लेकिन मेरा दुर्भाग्य है कि 10 अप्रैल को बिहार के चंपारण में प्रधानमंत्री स्वच्छता सम्मेलन संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने 8 अप्रैल को ही चंपारण के लिए निकल जाएगी।केंद्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने लिखा है कि, साल में एक बार खुद गंगा जी नर्मदा जी में स्नान कर खुद को पवित्र करने आती है। मेरे पास अभी गंगा का दायित्व है, इसलिए मुझे भी नर्मदा के आशीर्वाद की आवश्यकता है और चंपारण का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद आप जहां होंगे, मैं स्वयं आप दोनों से मिलकर गंगाजल भेंट करूंगी।
उमा भारती ने पत्र लिखकर दिग्विजय को दी शुभकामनाएं खेद भी जताया…
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नर्मदा की 3325 किमी लंबी परिक्रमा का बरमान घाट पर समापन है। नर्मदा परिक्रमा के समापन पर बरमान घाट (रेत वाले घाट) में मां नर्मदा पूजन के साथ भंडारे का आयोजन रखा गया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता भी समापन कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं।
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने भी दिग्विजय सिंह को नर्मदा नदी की पैदल परिक्रमा निर्विघ्न पूर्ण करने पर पत्र लिखकर शुभकामनाएं दी है। उन्होंने अपने पत्र में समापन कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा भी जाहिर की है, लेकिन 10 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम के कारण शामिल न हो पाने पर खेद व्यक्त किया है।