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हिमाचल प्रदेश में 700 फुट गहरी खाई में गिरी स्कूल बस, 23 बच्चों समेत 27 की मौत..

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जिला कांगड़ा के नूरपुर में बच्चों को छुट्टी के बाद घर छोड़ने जा रही 42 सीटर स्कूल बस 700 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 23 बच्चों समेत 27 की मौत हो गई। हादसे में 4 से 12 साल की उम्र के बीच के 23 बच्चों की मौत हुई है। इनमें तेरह बच्चे व दस बच्चियां हैं। इसके अलावा बस के चालक, एक महिला व एक पुरुष शिक्षक और एक अन्य महिला की भी हादसे में जान चली गई। हादसा इतना भयानक था कि अधिकतर की मौके पर ही जान चली गई।

सभी बच्चे निजी स्कूल के नर्सरी से 5वीं कक्षा तक के छात्र हैं। यह हादसा सोमवार दोपहर बाद सवा तीन बजे हुआ। डीसी ने बताया कि घायल सात में दो बच्चों की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि कल पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके परिवारों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार संपर्क मार्ग पर सामने से तेज रफ्तार में आ रही मोटरसाइकिल को बचाने के चलते हादसा हुआ। रात आठ बजे तक खाई से शवों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी था। अंधेरा होने के चलते राहत कार्यों में दिक्कत हुई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश के साथ मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार सोमवार दोपहर तीन बजे वजीर राम सिंह पठानिया मेमोरियल पब्लिक हाई स्कूल नूरपुर में छुट्टी हुई।

6 किलोमीटर के दायरे के 34 बच्चों और दो शिक्षकों को लेकर चालक अभी तीन किमी दूर मलकवाल-ठेहड़ लिंक रोड पर चेली गांव के पास ही पहुंचा था कि बाइक को बचाते समय बस खाई में गिर गई। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग, पुलिस और 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। बस कई पलटे खाकर खाई में गिरी जिससे बुरी तरह चकनाचूर हो गई। जहां बस गिरी थी वहां तक पहुंचने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ी। रस्सों के सहारे शवों को सड़क तक पहुंचाना पड़ा। बताया जा रहा है कि चालक ने अभी एक ही बच्चा उतारा था कि हादसा हो गया। 6 घायल बच्चों को पठानकोट रेफर किया गया था जिनमें से तीन ने दम तोड़ दिया। खबर लिखे जाने तक तीन घायलों का इलाज पठानकोट जबकि चार का नूरपुर अस्पताल में चल रहा है। मलकवाल और आसपास के गांवों के लोगों ने सबसे पहले रेस्क्यू शुरू किया। टैक्सियों और निजी गाड़ियों में घायल बच्चों को नूरपुर अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद नूरपुर से एनडीआरएफ की टीम ने भी रेस्क्यू आपरेशन का मोर्चा संभाल लिया।

देर शाम सभी 27 शव एक साथ नूरपुर अस्पताल में रखे हुए थे। मंजर देखकर कई लोग गश खाकर बेसुध हो गए। परिजनों का अस्पताल में रो-रोकर बुरा हाल है। देर रात तक चीख पुकार मचा रहा। माता-पिता अपने बच्चों को ढूंढते रहे। लोग स्कूल प्रबंधन को भी कोसते रहे।भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान जैसे ही जिला कांगड़ा के नुरपूर में हुए बस की सूचना मिली तो भाजपा नेताओं में शोक की लहर दौड़ गई। बैठक में मौजूद सीएम जयराम ठाकुर ने इस घटना की पूरी जानकारी हासिल की। जानकारी प्राप्त करने के बाद अधिकारियों को तत्काल राहत कार्यों को अंजाम देने के निर्देश जारी किए। सीएम लगातार फोन पर इस दुर्घटना की पल-पल की जानकारी लेते रहे। बैठक के दौरान हादसे पर शोक जताते हुए दो मिनट का मौन भी रखा गया।

बच्चों की आत्मिक शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद शांता कुमार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, सांसद अनुराग ठाकुर, वीरेंद्र कश्यप, रामस्वरूप शर्मा सहित सभी पदाधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया।मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्कूल बस हादसे के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस प्रशासन के साथ एनडीआरएफ टीम को राहत व बचाव कार्यों के लिए भेज दिया गया है। खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर को मौके पर भेज दिया है। वे देर रात तक राहत एवं बचाव कार्य की मानीटरिंग करते रहे। स्थानीय विधायक राकेश पठानिया भी मौके पर हैं। हादसे से सबक लेकर सरकार ने स्कूल बसों के सुप्रीम कोर्ट के तय मानकों को प्रभावी बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।

हादसा स्थल के साथ लगते पठानकोट से भी चिकित्सा सेवाएं मांगी गई हैं। स्कूल बस सेवा को सुधारने के लिए सख्त कदम उठाएंगे। सुरक्षा के मापदंड को लेकर स्कूल बसों में ओवर लोडिंग और तैनात चालक के लिए तय मानकों पर सख्ती बरती जाएगी।राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और सांसद अनुराग ठाकुर ने नूरपुर बस हादसे पर गहरा शोक जताया है।

सभी ने मारे गए बच्चों की आत्मा शांति की प्रार्थना की है। साथ ही शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए घायलों के उपचार के लिए पीजीआई चंडीगढ़ को विशेष हिदायतें दी हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को जरूरत पड़ने पर विशेष चिकित्सक भेजे जा सकते हैं। किसी भी घायल के चंडीगढ़ पहुंचने पर पीजीआई को उसके लिए पूरी तैयारी करने को कहा गया है।

परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने जांच के आदेश दिए हैं। सूचना मिलते ही मंत्री ने जिला उपायुक्त और परिवहन विभाग के डीएम को मौके पर जाने के निर्देश दिए। परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि बस कितनी स्पीड से जा रही थी, बस गिरने का क्या कारण रहा? यह सब जांच के बाद ही पता चल पाएगा। सोमवार को हादसे के बाद देर शाम राष्ट्रपति ने अपने ऑफिशियल ट्वीट हैंडलर पर ट्वीट कर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में हुई बस दुर्घटना पर दुख जताया।राष्ट्रपति ने मृतक बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की, जबकि शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंगलवार को घटनास्थल पर जाएंगे। सीएम मौके का मुआयना करेंगे और व्यथित परिजनों से संपर्क कर उन्हें सांत्वना देंगे।

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