भाजपा सांसद ने कहा कि दलित विरोधियों ने एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ कोर्ट में केस करके इसे कमजोर किया और दो अप्रैल को जब दलितों ने भारत बंद बुलाया, तो दलित विरोधी ताकतों ने इसे खूनी क्रांति में बदल दिया। इसमें कई युवक शहीद हो गए। बीजेपी सांसद ने कहा कि जो शहीद हुए हैं, उनकी याद में मैं हर साल दो अप्रैल को शहीद दिवस मनाने की घोषणा करती हूं।
बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा कि अप्रैल में जो हिंसा हुई, उसके लिए वह व्यक्ति जिम्मेदार है, जिसने एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ कोर्ट में रिट किया था। उस व्यक्ति के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। साथ ही दो अप्रैल को जो युवक शहीद हुए उन्हें 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि मैं देश में जातिगत जनगणना की भी मांग करती हूं, जिसकी जितनी आबादी हो, उसे उतना हक मिलना चाहिए। दलितों के साथ अन्याय हो रहा है। दलितों के हितों के लिए सरकार को आगे आना चाहिए। भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा लोकसभा में विशेष सत्र बुला कर दलितों के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल को हुए बन्द में पुलिस वालों ने भी तोड़फोड़ की है।