Home हिमाचल प्रदेश ‘न्यू इण्डिया’ के निर्माण में युवा पेशेवरों की महत्वपूर्ण भूमिका…

‘न्यू इण्डिया’ के निर्माण में युवा पेशेवरों की महत्वपूर्ण भूमिका…

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आईआईएम सिरमौर के दीक्षान्त समारोह में बोले मुख्यमंत्री
‘न्यू इण्डिया’ के निमार्ण में राष्ट्र को युवा पेशेवरों से बड़ी उम्मीदें और अपेक्षाएं हैं। यह बात मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने आज सिरमौर ज़िले के पांवटा साहिब में भारतीय प्रबन्धन संस्थान (आईआईएम) के द्वितीय दीक्षान्त समारोह के अवसर पर सम्बोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधोसंरचना को लेकर संस्थान की कुछ सीमाएं हो सकती है, लेकिन संस्थान में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के विद्यार्थी हमेशा ही संस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के संस्मरणों को संजोकर रखेंगे। उन्होंने संस्थान से पास हुए विद्यार्थियों को राज्य के एम्बेस्डर के रूप में कार्य करने का आग्रह करते हुए कहा कि जब कभी भी उन्हें मौका मिले, राज्य की सेवा के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रगति तथा खुशहाली के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
 श्री जय राम ठाकुर ने संस्थान से निकलने वाले विद्यार्थियों से देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थान में अध्ययन करने का अवसर प्रदान करने के लिए अपने अभिभावकों की कुर्बानियों को याद रखने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अध्यापक भी राष्ट्र के भविष्य के वास्तविक निर्माता हैं, और उन्हें उचित सम्मान दिया जाना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने मूल्यों, संस्कृति तथा परम्पराओं को कायम रखने का भी आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने संस्थान के मेधावी विद्यार्थियों को मेडल प्रदान किए।
मुख्यमंत्री ने पदमनाभ अधिकारी को र्स्वण पदक प्रदान किया। सोमया दीपदास को उत्कृष्ट ऑल-राउण्ड विद्यार्थी का पुरस्कार प्रदान किया गया। सुश्री आरूषी सिंह को निदेशक विशेष का पुरस्कार प्रदान किया गया।
आईआईएम सिरमौर की शासकीय परिषद के अध्यक्ष अजय एस. श्रीराम ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का दीक्षान्त समारोह में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की उपस्थिति गुणात्मक उच्च शिक्षा प्रदान करने की ओर सरकार की गम्भीरता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से 35 विद्यार्थियों ने स्नातक की उपाधि ग्रहण की है। उन्होंने कहा कि संस्थान अपनी आरम्भिक अवस्था में है, लेकिन संस्थान ने देश के उत्कृष्ट संस्थानों में जगह पाई है। उन्होंने कहा कि बिना मूल्य की शिक्षा अर्थ विहीन है और कहा कि मूल्य समाज की निष्काम सेवा से आते हैं। उन्होंने कहा कि मूल्य प्रणाली प्रतिबद्धता तथा प्रेरणा पर आधारित हैं और इससे संस्थान महान बनते हैं।
आईआईएम सिरमौर की निदेशक डॉ. नीलू रोहमित्रा ने संस्थान की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि संस्थान आधुनिक युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रतिभाओं को तैयार करने के वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि संस्थान उच्च शिक्षा युक्त संकाय तथा देश के कुछ चुनिंदा अतिथि संकाय के माध्यम से विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आगामी शैक्षणिक वर्ष संस्थान द्वारा मुख्य नई पहलों को लेकर आएगा। उन्होंने कहा कि संस्थान में अनेक कार्यशालाओं तथा सम्मेलनों का आयोजन किया गया, जिनमें जाने-माने विशेषज्ञों ने भाग लिया तथा विद्यार्थियों से अपने विचार सांझा किए।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिन्दल, शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी, सांसदर प्रो. वीरेन्द्र कश्यप, विधायक सुखराम व सुरेश कश्यप, पूर्व विधायक बलदेव तोमर, मुख्यमंत्री के ओएसडी शिशु धर्मा, राज्य भाजपा महासचिव चन्द्र मोहन ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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