रविवार को आईपीएल-11 के पहले मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स की सनराइजर्स हैदराबाद पर चार रन से रोमांचक जीत के बाद सभी क्रिकेटप्रेमियों की जुबां पर यही चर्चा थी आखिर मैन ऑफ द मैच किसने मिलेगा. वैसे बड़ी संख्या में एक वर्ग ऐसा था, जो गेंदबाज दीपक चाहर के लिए दुआ कर रहा था, तो एक वर्ग चाहता था कि मैन ऑफ द मैच अंबाती रायुडु को मिले. और जब मैन ऑफ द मैच की घोषणा हुई, तो यह दीपक चाहर और उसके चाहने वालों को निराश कर कर गया. 25 साल के दीपक ने इस मैच में दिखाया कि समय के साथ उन्होंने प्रगति की है और वह देर सबेर टीम इंडिया का हिस्सा बनने का दम रखते हैं.
दीपक चाहर ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए चार ओवरों के कोट में तीन विकेट चटकाए. और वह भी सिर्फ 15 रन देकर. मनीष पांडे का विकेट लेने के बाद दीपक की प्रतिक्रिया देखने लायक थी. इसके अलावा उन्होंने ओपनर आरके भुई और दीपक हुड्डा के विकेट लिए. इन तीनों ही विकेटों में जो एक बात कॉमन रही, वह रही दीपक को मिलने वाली स्विंग और सीम, जिसके आगे बल्लेबाज भ्रमित दिखाई पड़े. और यही वह स्विंग और सीम रही, जिसने करीब आठ साल पहले घरेलू क्रिकेट में इतिहास रच दिया था. कुछ याद आया. अगर नहीं, तो चलिए हम याद दिला देते हैं आपको.
यह साल 2010 की बात है और तब करीब 17-18 साल के दीपक चाहर ने हैदराबाद रणजी ट्रॉफी टीम के खिलाफ अपने प्रथम श्रेणी करियर का आगाज किया था. दीपक ने अपने पहले ही रणजी ट्रॉफी मैच में ऐसी स्विंग और सीम का प्रदर्शन किया कि हैदराबाद के होश फाख्ता हो गए थे. और हैदराबाद की टीम अपनी पहली बारी में सिर्फ 21 रन पर ही ढेर हो गई थी. और दीपक का नाम रातों-रात क्रिकेटप्रेमियों की जुबां पर था. तब दीपक चाहर ने पहली ही पारी में 7.3 ओवरों में सिर्फ 10 रन देकर 8 विकेट चटकाए थे. यह एक रिकॉर्ड प्रदर्शन था. वहीं दूसरी पारी में 4 विकेट लेते हुए दीपक ने मैच में कुल 12 विकेट लिए थे. इसके बाद दीपक अपने आगाज की तुलना में छिप से गए थे, लेकिन इस आईपील के जरिए करीब आठ साल बाद दीपक का दिया एक बार फिर से जल उठा है.