गौतम गंभीर की दिल्ली डेयरडेविल्स प्वॉइंट्स टेबल में आखिरी यानी आठवें स्थान पर है। आज वह अपने होम ग्राउंड पर किंग्स इलेवन पंजाब का मुकाबला करेगी। किंग्स इलेवन प्वॉइंट्स टेबल में चेन्नई के बाद दूसरे नंबर पर है। दिल्ली ने अब तक पांच मैच खेले हैं। इनमें से चार में उसे हार का सामना करना पड़ा है। प्वाइंट्स तो चेन्नई के भी आठ ही हैं लेकिन रन रेट में वो किंग्स से आगे है। दिल्ली के लिए आईपीएल का 11वां सीजन अब तक काफी खराब गुजरा है। उसने खेल के किसी भी डिपार्टमेंट में ऐसा कुछ नहीं किया जो उसे जीत का हकदार बनाए। आज दिल्ली जब अपने होम ग्राउंड पर पंजाब का मुकाबला करने उतरेगी तो उसे पुरानी बातों को भूलकर नई शुरुआत करने का मौका मिलेगा। लेकिन, ये भी सही है कि ये रास्ता उसके लिए आसान नहीं होगा।
ऐसा नहीं है कि गौतम गंभीर के पास टैलेंट या स्किल्स की कमी हो। लेकिन, वो मैदान पर एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नजर आती है। गौतम गंभीर के लिए समस्या दोहरी है। एक तो वो खुद रन नहीं बना पा रहे हैं और दूसरा टीम को एक यूनिट के तौर पर रखने में नाकाम साबित हुए हैं। बैटिंग की बात करें तो गंभीर के अलावा श्रेयस अय्यर, ग्लेन मैक्सवेल, कॉलिन मुनरो, जेसन रॉय और पृथ्वी शॉ हैं। शॉ को अब तक 11 में जगह नहीं मिल सकी है। सबसे ज्यादा निराश मुनरो ने किया है। न्यूजीलैंड का यह खतरनाक ओपनर अब तक रन नहीं बना पाया है। जब गंभीर और मुनरो दोनों नहीं चलते तो मिडल ऑर्डर पर दबाव आ जाता है। वो ये दबाव झेल नहीं पाता। लिहाजा, पूरी टीम बिखर जाती है। दिल्ली के अच्छा बॉलिंग अटैक है। मोहम्मद शमी, ट्रेंट बोल्ट और डेनियल क्रिस्टियन अच्छी लय में हैं। लेकिन, दिक्कत ये है कि उनके पास बैटिंग का सपोर्ट नहीं होता।