प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मध्य प्रदेश के मंडला के रामनगर में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का उद्घाटन और तीन दिवसीय उत्सव की शुरुआत की. इस दौरान पीएम मोदी ने जन प्रतिनिधियों से कहा कि ऐसी कोई ताकत नहीं है जो गांव के विकास से हमें रोक दे. पीएम मोदी ने कहा कि गांव के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा. उन्हें गांव के विकास के लिए समर्पित होना होगा. बता दें कि इस दौरान पीएम मोदी ने महिला सरपंचों को सम्मानित भी किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि जन प्रतिनिधियों को पांच साल में कम से कम पांच गावों का विकास जरूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आप कुछ ऐसा काम कीजिए कि 20-30 साल के बाद जब आप बुढ़ापे से गुजर रहे होंगे तो आपके पास यह कहने को हो कि 25 साल पहले मैं पंचायत का प्रधान था और देखो मेरे समय में तालाब, स्कूल में ये काम. तमाम काम किए थे. जनप्रतिनिधियों से पीएम मोदी ने कहा कि अपने गांव के लिए कुछ कर गुजरने का इरादा रखिये और पांच साल जनता के लिए खपा देने का प्रण लें, दुनिया की कोई ताकत नहीं है जो गांव की जिंदगी न बदलने दे.
पीएम मोदी ने कहा कि कभी बजट के कारण मुसीबत रही होगी, मगर आज बजट की चिंता नहीं है, बल्कि उसके सही उपयोग की है. सही समय़ पर, सही काम के लिए, इमानदारी और पारदर्शिता की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि हमें जवाब दें कि क्या हम गांव के बच्चों के लिए स्कूल की सही व्यस्था कर सकते हैं या नहीं, क्या गांव के किसानों को खेती के लिए ठीक कर सकते हैं या नहीं? किसान मधुमक्खी की पेटी कोई किसान अपने खेत में रख ले तो दो लाख रुपये आसानी से कमा सकता है. क्या इससे किसानों की इनकम बढ़ सकती है या नहीं?