Home मध्य प्रदेश खजुराहो में है कला और सौन्दर्य का संगम, भोग से योग का...

खजुराहो में है कला और सौन्दर्य का संगम, भोग से योग का दिखाता है मार्ग….

7
0
SHARE
इसके अलावा कुछ और तस्वीरें है जो खजुराहो को बेहद सुंदर और अद्भुद बनाती है, और वे है मंदिरों की तस्वीरें जो उसे खुद व खुद सुंदर बनाती है। हालांकि की तस्वीरें अलग-अलग तरीके एवं अलग समय पर ली गई है, जिससे खजुराहो की सुन्दरता और बढ़ गई है।
सुंदरता से सजे विशालकाय मंदिर 
प्राचीन खरज्‍जुरावाहक मध्‍यप्रदेश राज्‍य में स्थित है और यह चंदेल शासकों के प्राधिकार का प्रमुख स्‍थान था, जिन्‍होंने यहां अनेकों तालाबों, शिल्‍पकला की भव्‍यता और वास्‍तुकलात्‍मक सुंदरता से सजे विशालकाय मंदिर बनवाए।
यूनेस्‍को द्वारा विश्‍व विरासत घोषित 
यशोवरमन (एडी 954) ने विष्‍णु का मंदिर बनवाया जो अब लक्ष्‍मण मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है और यह चंदेल राजाओं की प्रतिष्‍ठा का दावा करने वाले इसके समय के एक उदाहरण के रूप में एक आभूषण के रूप में स्थित है। खजुराहो के मंदिर अपनी वास्‍तुकलात्‍मक कला के लिए विश्‍वविख्‍यात है और इसे यूनेस्‍को द्वारा विश्‍व विरासत घोषित किया गया है।
अनश्‍वर कंदारिया महादेव मंदिर 
विश्‍वनाथ, पार्श्‍व नाथ और वैद्य नाथ के मंदिर राजा डांगा के समय से हैं जो यशोवरमन के उत्तरवर्ती थे। जगदम्‍बी चित्र गुप्‍ता खजुराहो के भव्‍य मंदिरों में पश्चिमी समूह के बीच उल्‍लेखनीय है। खजुराहो का सबसे बड़ा और महान मंदिर अनश्‍वर कंदारिया महादेव का है, जिसे राजा गंडा (एडी 1017 – 29) ने बनवाया है।

प्रभावी योजनाओं के लिए भी है उल्‍लेखनीय
इसके अलावा कुछ अन्‍य उदाहरण हैं जैसे कि बामन, आदि नाथ, जवारी, चतुर्भुज और दुल्‍हादेव कुछ छोटे किन्‍तु विस्‍तृत रूप से संकल्पित मंदिर हैं। खजुराहो का मंदिर समूह अपनी भव्‍य छतों (जगती) और कार्यात्‍मक रूप से प्रभावी योजनाओं के लिए भी उल्‍लेखनीय है।

अपार सुंदरता के लिए विश्‍व भर में है प्रशंसित
यहां की शिल्‍पकलाओं में धार्मिक छवियों के अलावा परिवार, पार्श्‍व, अवराणा देवता, दिकपाल और अप्सराएं तथा सुर सुंदरियां भी हैं, जो उनकी कोमल और युवा नारीत्‍व के रूप में अपनी अपार सुंदरता के लिए विश्‍व भर में प्रशंसित हैं। यहां वेशभूषा और आभूषण भव्‍यता और मनमोहक हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here