कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को उस वक्त एक भयावक स्थिति में फंस गए जब उनके चार्टर्ड प्लेन में एक साथ कई तकनीकी गड़बड़ियां सामने आ गई. घटना उस समय हुई जब राहुल गांधी अपने कुछ सहयोगियों के साथ दिल्ली से कर्नाटक के रास्ते में थे. हालांकि बाद में समय रहते उनके प्लेन को हुबली में सुरक्षित उतार लिया गया है. इस घटना के पीछे कांग्रेस पार्टी को किसी की साजिश का शक है. यही वजह है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग की है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्लेन में आई तकनीकी गड़बड़ी की खबर के बाद नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस पूरे मामले की जांच की बात कही है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई गई है.
राहुल के करीबी सहयोगी कौशल विद्यार्थी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक नीलमणि एन राजू को लिखे एक पत्र में कहा कि राहुल जिस विमान में सवार थे, वह एकाएक बाईं तरफ झुक गया और विमान तेजी से नीचे जाने लगा. साथ ही विमान में एकाएक तेज कंपन शुरू हो गई. शिकायत में कहा गया है कि यह पूरी घटना सुबह पौने ग्यारह बजे हुई. पत्र मिलने के बाद हुबली-धारवाड़ की पुलिस उपायुक्त रेणुका सुकुमार ने कहा कि हमें विमान में अस्पष्ट गड़बड़ी की शिकायत मिली है. हमनें आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत लापरवाही बरतने का मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है. पत्र में कहा गया है कि यह पता चला है कि विमान का ऑटोपायलट मोड काम नहीं कर रहा था. तेजी से नीचे गिरते विमान को तीसरी कोशिश के बाद दिन में करीब 11 बजकर 25 मिनट पर हुबी हवाईअड्डे पर उतारा गया.
इस पूरे मामले में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी सुरक्षित लैंड कर गए. एक गंभीर हादसा होते – होते रह गया. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक को सौंपी गई शिकायत में उनसे इस गंभीर और भयावह घटना के सभी पहलुओं की और अगर कोई साजिश थी तो उसकी भी जांच करने की मांग की गई है.
सुरजेवाला ने कहा कि यह अभूतपूर्व है कि विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) की सुरक्षा से लैस किसी व्यक्ति के विमान में गड़बड़ी हुई. उन्होंने कहा कि घटना के दौरान राहुल शांतचित्त रहे और सहयात्रियों को शांत करने की कोशिश की. सुरजेवाला ने कहा कि घटना की गहन जांच की मांग को लेकर डीजीसीए के पास एक और शिकायत दर्ज कराई गई है.
वहीं डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऑपरेटर ने हमें (डीजीसीए) घटना की जानकारी दी. ऑपरेटर की रिपोर्ट के अनुसार ऑटो पायलट (मोड) में कोई गड़बड़ी थी और पायलट ने बाद में उसे मैनुअल (मोड) में डाला एवं विमान को सुरक्षित उतारा. उन्होंने कहा कि ऑटो पायलट (मोड) बंद करना असामान्य नहीं है.किसी भी अतिविशिष्ट व्यक्ति की उड़ान के लिए डीजीसीए विस्तार से इसकी जांच करता है. हम इस मामले में भी ऐसा ही करेंगे.