राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज ओरिएंटल ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट्स में पुरस्कार वितरण समारोह में कहा कि सामाजिक सरोकारों से जुड़ना हम सब की जिम्मेदारी है। हम सभी को मिलकर कथनी और करनी में सामाजिक सरोकार की भावना जागृत करनी होगी तभी हम अपने लिए एक उन्नत समाज और देश का निर्माण कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा देश आज प्रौद्योगिकी, विज्ञान, शोध और अंतरिक्ष के क्षेत्र में विकासशील देशों में अग्रणी स्थान प्राप्त कर रहा है।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि अपने बच्चों को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना हर माँ-बाप का सपना होता है। प्रतिस्पर्धा के इस युग में केवल शिक्षा प्राप्त करना ही सफलता की गारंटी नहीं है। इसके लिए छात्रों के कौशल विकास की ओर भी ध्यान देना जरूरी है। इसी उद्देश्य से सरकार ने स्टार्टअप योजना शुरू की है। योजना में छात्र-छात्राएँ स्वयं का रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि अपने भविष्य की सोचने के साथ-साथ देश के गाँववासियों, दूरदराज में रहने वालों और महिलाओं की स्थिति के बारे में भी सोचें। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का कहना है कि गाँव की छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया जाये तो वहाँ बहुत बड़ा परिवर्तन आ सकता है। उनका कहना है कि भारत को बदलने के लिये ग्रामीणों की स्थिति में बदलाव लाना आवश्यक है। आज हमारे विद्यार्थियों को गाँव के लिये कुछ करने का संकल्प लेने का अवसर है।
ठकराल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री के.एल. ठकराल ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी। आभार श्रीमती दीपिका ने व्यक्त किया। विश्वविद्यालय के चेयरमेन श्री प्रवीण ठकराल, संस्थान के पदाधिकारी, शिक्षक तथा छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे। छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये।