ऊना। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में रोक के बावजूद थोक में हो रहे तबादलों और राजनीतिक उत्पीड़न पर सरकार कटघरे में खड़ी हो रही है। मुकेश ने कहा कि सरकारों मेें तबादले होते हैं और इन्हें करने में कोई हर्ज नहीं है। हमारा काम तबादलों को लेकर बखेड़ा खड़ा करना नहीं लेकिन तबादलों की आड़ में जो राजनीतिक स्कोर सेटल किया जा रहा है, उस पर आपत्ति है। बीमार कर्मचारियों के तबादले किए जा रहे हैं। प्रतिशोध की भावना में कर्मचारी-अधिकारी की मजबूरी को भी देखा नहीं जा रहा।
उन्होंने कहा कि उनके हलके में एक पुलिस कर्मी की मृत्यु का बड़ा कारण बीमारी में तबादला करना रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मंत्री भी तबादलों व समायोजनों पर कार्यकर्ताओं को लताड़ने लगे हैं। भाजपा की बैठकों में अब कार्यकर्ताओं को तबादलों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है। कांग्रेस के आरोपों की पुष्टि हो रही है कि चार महीने में ही सरकार का काम सिर्फ और सिर्फ तबादलों पर केंद्रित रहा। मुकेश ने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि जयराम सरकार अदला-बदली के तबादलों से बाहर आकर विकास के लिए काम करें।
उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार को कोसने से मुख्यमंत्री जयराम को कुछ नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री के घोषित चेहरे के बावजूद हालात के अनुसार सीएम बने जयराम ठाकुर को काम करके दिखाना चाहिए। फिलहाल मुख्यमंत्री की करनी-कथनी में अंतर है। अधिकारियों और चंद लोगों के घेरे में सीएम हैं। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में विकास किया था जिसे डंके की चोट पर कहते हैं। उन्हीं विकास कार्यों के चार महीनों में उद्घाटन और शिलान्यास मुख्यमंत्री कर रहे हैं।