सरोजनी नायडू कन्या उ. मा. विद्यालय के पुरस्कार वितरण समारोह में राज्यपाल
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने शिक्षकों से कहा है कि छात्राओं की रूचि के विषयों पर अधिक ध्यान दें और उन्हें प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर हर्ष और प्रसन्नता होती है कि गरीबों की बच्चियाँ भी प्रतियोगिता परीक्षा में उच्च स्थान प्राप्त कर रही है। कन्या शिक्षा का समाज और देश के विकास को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि छात्राओं की प्रतिभा को उभारने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाना चाहिए। राज्यपाल श्रीमती पटेल आज सरोजनी नायडू कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पुरस्कार वितरण कर रही थी।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि बेटियों को बचाना ही काफी नहीं है। उनके स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना जरूरी है। इसके लिए विद्यालयों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर सम्पूर्ण जाँच कराई जाए।
राज्यपाल ने कहा कि छात्राओं को शिक्षा देने के साथ सांस्कृतिक और अन्य कार्यक्रम और गतिविधियाँ संचालित कर उनका शैक्षणेत्तर ज्ञान बढ़ाने का भी प्रयास किया जाये। उन्हें प्रदेश के पयर्टन एवं ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराया जाये। विद्यालयों में होने वाले कार्यक्रमों का संचालन छात्राओं से ही कराया जाये, इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और वे कुछ नया सीख सकेंगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि छात्राएँ देश का भविष्य हैं। देश और प्रदेश का विकास और सामाजिक उन्नति उनके कंधे पर है। इनमें से कोई डाक्टर, इंजीनियर बनकर देश और समाज की सेवा करेगी। उन्होंने कहा कि आगे से अतिथियों का स्वागत पुस्तकें भेंट कर किया जायेगा। नये सत्र से स्कूल परिसर में नया शेड बनाया जायेगा। कक्षा में उपस्थिति के समय बच्चे जय-हिंद बोलें, इससे उनमें राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत होगी।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने मेधावी छात्राओं के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं। अब 70 प्रतिशत अंक लाने वाली छात्राओं को भी लेपटॉप दिया जायेगा।
राज्यपाल ने स्कूल की स्मारिका का विमोचन भी किया। आभार स्कूल शिक्षा सचिव श्री अशोक भार्गव ने माना।