चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मंगलवार को एम्स से लौटकर रांची पहुंचे हैं। उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच रिम्स ले जाया गया। सुरक्षा घेरे में सीधे उन्हें रिम्स के सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक में भर्ती कराया गया। प्रशासन ने रिम्स को छावनी में तब्दील कर दिया है।..लालू को अस्पताल ले जाने जाने के दौरान डॉक्टरों की एक टीम एंबुलेंस में मौजूद थी। लालू का चेकअप करने के बाद रिम्स के डॉक्टर लाल मांझी ने कहा कि लालू प्रसाद ठीक हैं, उनकी जो भी बीमारी है वह सिर्फ उम्र का तकाजा है। अकसर बड़ी उम्र में इस तरह की परेशानियां होती हैं।
लालू प्रसाद के स्वागत में रिम्स में उनसे मुलाकात करने वालों की भारी भीड़ होने की संभावना है। विधि- व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने रांची रेलवे स्टेशन और रिम्स में दो-दो मजिस्ट्रेट तैनात किया है। स्टेशन पर मजिस्ट्रेट के रूप में कांके के अंचलाधिकारी प्रभात भूषण सिंह और खलारी के सीओ सच्चिदानंद प्रसाद को प्रतिनियुक्त किया गया है। जबकि रिम्स में नगड़ी के सीओ दिवाकर द्विवेदी और ओरमांझी के सीओ राजेश कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया है। रांची के एसएसपी को दंडाधिकारियों के साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात करने का निर्देश दिया गया है।
दिल्ली से चले लालू यादव की तबियत कानपुर पहुंचते बिगड़ गई। सोमवार रात स्टेशन पर ही डॉक्टरों ने चेकअप कर बताया कि उनका ब्लड शुगर बढ़ गया था। कानपुर में टेस्ट के बाद उन्हें इंसुलिन का इंजेक्शन दिया गया।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को एम्स से डिस्चार्ज किए जाने के दौरान उनके समर्थकों ने एम्स में हंगामा किया। इस दौरान उनके दस समर्थकों ने एम्स की कैथलैब में तोड़फोड़ की। समर्थकों ने वहां मौजूद गार्डों के साथ भी मारपीट की। इसमें एक गार्ड घायल हुआ है। पूरे मामले की शिकायत एम्स के सुरक्षा अधिकारियों ने हौजखास थाने में की। पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है।
इससे पहले एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने लालू यादव यात्रा करने के लिए फिट बताते हुए उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। लालू यादव दोपहर बाद एम्स से रांची के रिम्स के लिए रवाना हुए। उन्हें शाम 4 बजे नई दिल्ली से खुलने वाली राजधानी एक्सप्रेस से रांची ले जाया गया। एम्स ने अपने एक बयान में बताया है कि लालू यादव 29 मार्च को एम्स में भर्ती हुए थे। उनको रिम्स रांची से दिल्ली के एम्स लाया गया था। तब उन्हें उच्च रक्तचाप, किडनी में इंफेक्शन था।
एम्स से डिस्चार्ज किए जाने से नाराज लालू यादव ने एक पत्र लिखकर एम्स के चिकित्सकों से राजनीतिक दबाव के तहत उनके जीवन को खतरे में नहीं डालने को कहा है। राजद नेता ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें स्थानांतरित कर रांची अस्पताल भेजना एक साजिश है, ताकि उनका आगे स्वास्थ्य बिगड़ जाए। लालू ने कहा कि मुझे एक ऐसी जगह स्थानांतरित किया जा रहा है, जहां कोई सुविधा नहीं है। यह एक मुश्किल समय है, लेकिन मैं इसका सामना करूंगा। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एम्स जाकर लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की।