दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में बुधवार सुबह एक स्कूल बस पर अनजान लोगों ने पत्थरबाज़ी की, जिसमें दो बच्चे ज़ख्मी हो गए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है. बताया गया है कि बस में उस वक्त 50 से भी ज़्यादा बच्चे सवार थे, जिनमें एक प्राइवेट स्कूल में नर्सरी क्लास में पढ़ने वाले चार-चार साल के बच्चे भी शामिल थे. श्रीनगर के एक अस्पताल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाले बच्चे का इलाज चल रहा है, जिसके सिर में चोट आई है. माथे पर चोट के साथ अस्पताल पहुंचाए गए बच्चे को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. बच्चे के पिता का कहना है, “मेरा बच्चा पत्थरबाज़ी में ज़ख्मी हुआ है… यह मानवता के खिलाफ हरकत है… यह किसी का भी बच्चा हो सकता था
पुलिस पत्थर फेंकने वालों को तलाश कर रही है. पुलिस अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने बताया, “पत्थर फेंकने वालों ने यह हरकत सुबह लगभग 9:25 बजे की… यह बस रेनबो इंटरनेशनल स्कूल की है…” बच्चों से भरी बस पर पत्थर फेंके जाने की इस वारदात की चौतरफा आलोचना हो रही है. जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, “शोपियां में स्कूल की बस पर हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं, क्रोधित हूं… इस कायरतापूर्ण कार्रवाई के लिए ज़िम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
राज्य के शिक्षामंत्री चौधरी ज़ुल्फिकार अली ने स्कूल बस पर हमले की निंदा की है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ट्विटर पर लिखा, “स्कूली बच्चों तथा पर्यटकों की बसों पर पत्थर फेंकने से पत्थर फेंकने वालों को अपना पक्ष आगे बढ़ाने में कैसे मदद मिल सकती है…जम्मू एवं कश्मीर के पुलिस प्रमुख एसपी वैद ने ट्विटर पर लिखा, “यह कतई पागलपन है कि पत्थर फेंकने वाले अब छोटे-छोटे बच्चों को निशाना बना रहे हैं.वैसे यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पत्थर फेंकने वालों का निशाना वाकई स्कूली बच्चों की यह बस थी, या यह किसी तरह के संघर्ष में बीच में फंस गई थी.