मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से आज नई दिल्ली में एश्यिन विकास बैंक के दल ने कंट्री डायरेक्टर कनिंची योकोयामा के नेतृत्व में उच्च स्तरीय बैठक की।
एडीबी के दल ने प्रदेश में एडीबी की सहायता से पर्यटन अधोसंरचना विकास निवेश कार्यक्रम के अन्तर्गत 750 करोड़ रुपये के द्वितीय अंश प्रस्ताव पर विचार-विर्मश किया। दल ने कार्यक्रम के अन्तर्गत पर्यटन विभाग द्वारा प्रथम चरण तथा द्वितीय चरण की परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। यह परियोजनाएं 2020 तक पूर्ण की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम चरण के अन्तर्गत 19 परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई थी, जिनमें से 16 पूर्ण कर ली गई हैं, जबकि तीन परियोजनाएं जून 2020 तक पूर्ण कर ली जाएंगी। इनमें शिमला का सौंदर्यीकरण, टाऊन हाल की बहाली, टूटीकण्डी (शिमला) में एक हजार कारों के लिए पार्किंग तथा चिन्तपूर्णी में पार्किंग एवं पर्यटन एकीकृत केन्द्र बनाना मुख्य परियोजनाएं हैं। द्वितीय चरण के अन्तर्गत 12 परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है तथा इन्हें 2020 तक पूर्ण किया जाएगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में उन्नत अधोसंरचना तथा सुविधाओं सहित सुरक्षित, सतत्, आर्थिक, पर्यावरण-मित्र पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एडीबी की सहायता से 1800 करोड़ रुपये का नया प्रस्ताव भेजने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 750 करोड़ रुपये की प्रस्तावित परियोजना के प्रथम चरण पर आज विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि इस बैठक के दौरान एडीबी के दल का रवैया उत्साहवर्द्धक था।
इससे पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव, पर्यटन मनीषा नन्दा ने फरवरी में दल के साथ प्रारम्भिक बैठकें की थीं तथा दल को शिमला आने का आग्रह किया था। मनीषा नन्दा ने सकारात्मक प्रतिक्रिया के लिए दल को अवधारणा योजना तथा प्रारम्भिक परियोजना रिपोर्ट सौंपी थी।
मनीषा नन्दा ने कहा कि परियोजना के अन्तर्गत प्रस्तावित कार्यों की संभावित सूची तैयार कर ली गई है तथा प्रदेश में विभिन्न पर्यटन स्थल विकसित करने के लिए अधोसंरचनात्मक सुविधाएं सुदृढ़ करने पर आज चर्चा की गई।