भोपाल.वीआईपी रोड पर लेक व्यू प्वाइंट के पास सोमवार तड़के 110 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ रही स्कॉर्पियो गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और दो बार पलट गई। इस हादसे में अफ्रीका के एनआरआई की मौत हो गई, जबकि उनके रिश्तेदार और दो दोस्तों को मामूली चोटें आई हैं। हादसे के वक्त वे एक मोडिफाइड जीप से रेस लगा रहे थे। राह चलते अंजान जीप चालक से शर्त लगी थी कि जो जीता वो अपनी गाड़ी हार जाएगा। हालांकि, जीप संचालक कौन है इसका पता अभी कोहेफिजा पुलिस को भी नहीं चला है।
न्यू प्रियदर्शनी नगर निवासी 32 वर्षीय सचिन हिवाले इन दिनों साउथ अफ्रीका के घाना शहर स्थित एक टूर एंड ट्रैवल्स कंपनी में जॉब करते थे। वे नवंबर में भोपाल लौटे थे।रविवार रात उनके दोस्त नीतेश अग्रवाल के भांजे आयुष का जन्मदिन था। बर्थ-डे पार्टी रायसेन रोड स्थित एक ढाबे पर थी।नीतेश और उनके दोस्त पार्टी एन्जॉय कर रहे थे, लेकिन सचिन को यहां पहुंचने में करीब साढ़े 11 बज गए। साथ में गुना से आए उनके साले बब्बन माथुर भी गए थे।
यहां सभी दोस्तों ने मौज-मस्ती की फिर चाय पीने के लिए कमला पार्क पर आ गए। शर्त लगी… चाय की दुकान पर मोडिफाइड जीप देख सचिन ने जीप मालिक से रेस की शर्त लगा ली। तेज रफ्तार… वीआईपी रोड पर दोनों गाड़ियां बेतहाशा दौड़ती हुई एक-दूसरे को पीछे करने में जुटी रहीं।नतीजा… लेक व्यू पॉइंट के पास स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर डिवाइइर से टकरा गई।
काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी सचिन चला रहे थे। साथ में नीतेश, उनके बहनोई केके अग्रवाल और बब्बन भी थे। सोमवार सुबह नौ बजे सचिन की भोपाल एयरपोर्ट से मुंबई जाने के लिए फ्लाइट थी।मुंबई से उन्हें घाना लौटना था। भोपाल में इस ट्रिप का आखिरी दिन था इसलिए सचिन ने सभी से लॉन्ग ड्राइव पर जाने की गुजारिश की थी। बाकी दोस्त भी इसके लिए तैयार थे।
नीतेश ने बताया- कमला पार्क पर चाय पीते हुए सचिन को मोडिफाइड जीप नजर आई। उसके मालिक से पूछा- ये है तो सुंदर, लेकिन चलती भी है… जवाब मिला- रॉकेट की तरह उड़ती है।सचिन ने कहा-रेस लगाएं। जो हारा, वह गाड़ी हार जाएगा। सहमति बन गई। रेतघाट चौराहे से रेस शुरू हुई। वीआईपी रोड खाली थी, इसलिए हमारी गाड़ी की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटा थी।
लेक व्यू पॉइंट के पास मोड़ पर गाड़ी ड्राइवर साइड से पलट गई। सचिन बेहोश हो चुके थे। कांच तोड़कर हम बाहर आए, तब तक वहां 30-40 लोग आ गए।
सभी ने मिलकर गाड़ी को सीधा किया। 108 एंबुलेंस आ गई तो सचिन को लेकर हम अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।सड़क पर टायर घिसटने के कारण स्कॉर्पियो से उठीं चिंगारियां दूर से भी नजर आ रही थीं। घिसटने के दौरान गाड़ी दो-तीन बार पलट गई।सचिन 10 साल से घाना में थे। 7 साल पहले शादी हुई थी। पिता लक्ष्मण हिवाले रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटी से रिटायर हुए। बड़े भाई राहुल, छोटे भाई आशीष भी साथ ही रहते हैं।