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कांग्रेस 2019 में सबसे बड़ी पार्टी बनी तो मैं पीएम क्यों नहीं बनूंगा: अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बोले राहुल….

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राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जताई है। उन्होंने अगले लोकसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले कहा है कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने में कोई हर्ज नहीं है। एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस 2019 में सबसे बड़ी पार्टी बनी तो प्रधानमंत्री क्यों नहीं बनूंगा। अपने इस बयान में राहुल गांधी ने भरोसा जताया है कि कांग्रेस ही 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। बता दें कि राहुल पांच महीने पहले कांग्रेस के 60वें अध्यक्ष बने थे। अध्यक्ष बनने से तीन पहले उन्होंने अमेरिका की बर्कले यूनिवर्सिटी में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर कहा था कि पार्टी चाहे तो वे कैंडिडेट बनेंगे।

राहुल बेंगलुरु में समृद्ध भारत फाउंडेशन के प्रोग्राम में आए चुनिंदा लोगों के समूह से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘अमित शाह हत्या के आरोपी रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि उनके पास ज्यादा विश्वसनीयता है। भारत की जनता यह भूल गई कि भाजपा के अध्यक्ष हत्या के आरोपी रहे हैं। जो पार्टी ईमानदारी, शालीनता की बात करती है, उसका अध्यक्ष हत्या का आरोपी रहा है।’ ‘हम लगातार प्रधानमंत्री से यह भी पूछ रहे हैं कि उन्होंने एक ऐसे शख्स को सीएम कैंडिडेट के तौर पर क्यों चुना जो जेल में जा चुका है और जो भ्रष्ट है?’बाद में चिक्काबल्लापुर में राहुल ने कहा- प्रधानमंत्री सिर्फ मन की बात करते हैं, देश की सुनते नहीं है। उत्तर प्रदेश का एक भाजपा विधायक एक महिला से दुष्कर्म करता है और प्रधानमंत्री मोदी एक शब्द भी नहीं कहते।

2012
– राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद पर देखने की मांग कांग्रेस में 2012 से उठ रही थी। तब केंद्र में यूपीए-2 की सरकार थी और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। तब राजस्थान के सीएम अशोक गेहलोत ने कहा था कि देश चाहता है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनें। पार्टी स्वीकार कर चुकी है कि राहुल कभी भी प्रधानमंत्री का पद संभालें।

2013
– 2014 के आम चुनाव से करीब छह महीने पहले यानी सितंबर 2013 में मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि चुनाव के बाद राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के लिए आदर्श पसंद होंगे। उन्होंने कहा था- मुझे राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस में काम करने में खुशी होगी।

2014
सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाने की मांग को खारिज कर दिया। जबकि 2014 की कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक में राहुल को पीएम कैंडिडेट बनाने की मांग उठी थी।

सितंबर 2017
– अमेरिका के दो हफ्ते के दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी से एक प्रोग्राम में पूछा गया था कि क्या वे 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम कैंडिडेट बनेंगे? इस पर राहुल ने कहा- ”हां। मैं ऐसा करने के लिए बिल्कुल तैयार हूं, बशर्ते मेरी पार्टी यह फैसला करे।”

दिसंबर 2017
– तीन साल बाद राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए। पार्टी की कमान पूरी तरह से उनके हाथों में आई।

 मई 2018
– कांग्रेस अध्यक्ष बनने के 5 महीने बाद और लोकसभा चुनाव से एक साल पहले राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पद की इच्छा जाहिर की।

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