उनके बूट से टकरा कर जब गेंद गोल पोस्ट के अंदर जाती है तो लीवरपूल फुटबॉल क्लब स्टेडियम का नज़ारा कुछ ऐसा ही होता है. पहले जश्न और शोर. फिर कुछ क्षण की खामोशी. हाथ खुदा का शुक्रिया कहने के लिए आसमान की तरफ उठता है और फिर जब वो धरती को चूमते हैं तो उन लम्हों की पवित्रता के लिए जरुरी शांति का उनके प्रशंसक सम्मान करते हैं. यह फुटबॉल के नए सुपर स्टार मोहम्मद सालाह हैं और वह किए कारनामे से वह लिवरपूल क्लब के लाड़ले बन गए हैं.25 साल के Salah पिछले अक्टूबर में मिस्र के नायक बन गए थे.
आखिरी क्षणों में उनके penalty kick से उनकी टीम 1990 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप में जगह बनाने में कामयाब रही थी. राजधानी कायरो की दीवारें उनके पोस्टर से रंग गईं. बाजार पर उनकी तस्वीर छा गई.चादर से लेकर लालटेन तक पर सालेह ही सालेह. समूचा मिस्र आज लिवरपूल का फैन बन गया है. मोहम्मद सालाह की लोकप्रियता की बड़ी वजह है उनका अपनी पहचान पर फख्र होना. आपको बता दें कि अपने दमदार प्रदर्शन से सालेह ने करीब 10 साल बाद लिवरपूल को चैंपियंस लीग के फाइनल में पहुंचा दिया है.