पुलिस विभाग में हुए इस भारी फेरबदल में 342 टीआई जबकि 368 एसआई को स्थानांतरित किया गया है। यानी जो फेरबदल किया गया है उससे बड़े अधिकारियों को दूर रखा गया है, लेकिन जमीनी स्तर पर काम करने वाले थाने लेवल के पुलिसकर्मियों को पूरी तरह से तितर-बितर कर दिया गया है। पुलिस विभाग में व्यापक स्तर पर हुए इस फेरबदल को चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है और माना जा रहा है कि सरकार चुनावी साल में सभी जिलों पर अपने हिसाब से कसावट कर रही है।
हालांकि प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था लगातार मुद्दा बना हुआ है। आलम ये है कि खुद गृहमंत्री के जिले में नाबालिग बच्ची को रेप के बाद जिंदा जला दिया गया। इस घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है।