कर्नाटक में सियासी उठापटक जारी है। बीएस येद्दियुरप्पा ने गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि तानाशाही में ही ऐसा होता है। लोकतंत्र में ऐसा पहली बार हुआ है। पूरे देश में डर फैलाया जा रहा है। एक शक्ति डर का फायदा उठा रही है। लोकतंत्र की हत्या हो रही है। हर संस्था में आरएसएस के लोग भरे जा रहे हैं।
इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एक तरफ भाजपा ‘खोखली जीत’ का जश्न मना रही है, दूसरी तरफ भारत ‘लोकतंत्र की हार’ का शोक मना रहा है। राहुल ने ट्वीट किया, ”कर्नाटक में जरूरी आंकड़ा नहीं होने के बावजूद सरकार के गठन का भाजपा अतार्किक जिद संविधान का मजाक बनाना है।” उन्होंने कहा, ”एक तरफ भाजपा खोखली जीत का जश्न मनाएगी, वहीं दूसरी ओर भारत लोकतंत्र की हार का शोक मनाएगा।”
पार्टी महासचिव अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार में सभी बड़ी संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया गया है और भाजपा सत्ता हथियाने के लिए ‘लोकतंत्र की हत्या’ कर रही है।
गौरतलब है कि बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात उच्चतम न्यायालय ने येद्दियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। राज्यपाल वजुभाई वाला ने बुधवार को येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्योता दिया था। इसके बाद रात में ही कांग्रेस ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राज्यपाल पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दखल से संविधान का ‘एनकाउंटर’ किया है।’
गौरतलब है कि राज्य में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में प्रदेश की 224 सदस्यीय विधानसभा में 222 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस+ को 38 सीटें मिली हैं। फिलहाल, बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 112 है।