Home राष्ट्रीय कर्नाटक में आज दस दिनों की राजनीतिक अस्थिरता का अंत हो जायेगा…

कर्नाटक में आज दस दिनों की राजनीतिक अस्थिरता का अंत हो जायेगा…

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 कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा ने विश्‍वासमत का प्रस्‍ताव रखा है. इससे पहले मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा है कि विश्वास मत हासिल करने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी. विश्वास मत से पहले पहले विधानसभा के स्पीकर के लिए हुए चुनाव को कांग्रेस ने जीत लिया है. बीजेपी के स्पीकर के पद के लिए एस सुरेश कुमार ने अपना नाम वापस ले लिया है. ऐसे में कांग्रेस ने पूर्व स्पीकर के आर रमेश कुमार को स्‍पीकर नियुक्‍त किया गया है.

मुख्‍यमंत्री कुमारस्‍वामी ने विधानसभा में पेश किया विश्‍वासमत डिप्‍टी सीएम जी परमेश्वर ने कहा कि बीजेपी नेताओं और एस सुरेश कुमार ने जो फैसला लिया मैं उसके लिए उनका धन्‍यवाद देता हूं. उन्‍होंने कहा कि हमने आपको एक स्‍पष्‍ट राजनेता के तौर पर देखा है. आप सभी के लिए एक आदर्श मॉडल और प्रेरणा हैं. आपके पहले के अनुभव को हमने देखा है कि कैसे आपने सदन की कार्यवाही को पूरा किया है जो पूरे देश के लिए एक आदर्श है.

बीएस येदियुरप्‍पा ने कहा कि हम चाहते हैं विधानसभा स्‍पीकर का चुनाव निर्विरोध हो इसलिए हम बीजेपी उम्‍मीदवार का नामाकंन वापस ले रहे हैं  कर्नाटक विधानसभा के स्‍पीकर  रमेश कुमार कोलार जिले में श्रीनिवासपुर सीट से हैं विधायक बीजेपी स्‍पीकर पद के उम्‍मीदवार एस सुरेश कुमार ने अपना नाम वापस लिया कांग्रेस के रमेश कुमार बने कर्नाटक विधानसभा के स्‍पीकरकर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्‍ट थोड़ी देर में, कांग्रेस के सिद्धारमैया और बीजेपी के बीएस येदियुरप्‍पा भी मौजूद  बेंगलुरू: विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की बैठक चल रही हैफ्लोर टेस्‍ट के लिए कर्नाटक विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक  बीजेपी के बी एस येदियुरप्पा ने 17 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन सदन में विश्वास मत हासिल करने से पहले ही उन्होंने इस्तीफा देने की घोषणा कर दी थी शपथ लेने के बाद कुमारस्वामी ने विश्वास मत हासिल किये जाने के बारे में विश्वास जताया था लेकिन उन्होंने आशंका भी जताई थीं कि उनकी सरकार को गिराने के लिए भाजपा ‘ऑपरेशन कमल’ दोहराने का प्रयास कर सकती है.

बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए आज अपने वरिष्ठ नेता और पांच बार के विधायक एस सुरेश कुमार को उतारा है.कांग्रेस के रमेश कुमार ने सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में इस पद के लिए अपना नामांकन भराहै. बीजेपी उम्मीदवार एस सुरेश कुमार ने कहा, ‘संख्या बल और कई अन्य कारकों के आधार पर हमारी पार्टी के नेताओं को विश्वास है कि मैं जीतूंगा. इसी विश्वास के साथ मैंने नामांकन दाखिल किया है.’ यह पूछने पर कि भाजपा के केवल 104 विधायक हैं तो ऐसे में उनके जीतने की संभावना क्या है, सुरेश कुमार ने कहा, ‘मैंने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. कल दोपहर सवा बारह बजे चुनाव है. चुनाव के बाद आपको पता चल जाएगा.’

आपरेशन कमल’ या ‘ऑपरेशन लोटस’ नाम के शब्द 2008 में उस वक्त इस्तेमाल किए गए थे जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद संभाला था। पार्टी को साधारण बहुमत के लिए तीन विधायकों की दरकार थी. ‘ऑपरेशन कमल’ के तहत कांग्रेस और जेडीएस के कुछ विधायकों को भाजपा में शामिल होने के लिए राजी किया गया था. उनसे कहा गया था कि वे विधानसभा की अपनी सदस्यता छोड़कर फिर से चुनाव लड़ें. उनके इस्तीफे की वजह से विश्वास मत के दौरान जीत के लिए जरूरी संख्या कम हो गई थी और फिर येदियुरप्पा विश्वास मत जीत गए थे.

कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गठबंधन उम्मीदवार की जीत के बारे में विश्वास जताया. उन्होंने कहा,‘मुझे पता चला है कि भाजपा ने भी नामांकन दाखिल किया है. मुझे उम्मीद है वे नामांकन वापस ले लेंगे. यदि चुनाव होता है तो रमेश कुमार की जीत निश्चित है.’

हालांकि कुमारस्वामी के विश्वास मत हासिल करने की संभावना है और उनके लिए मंत्रिमंडल का विस्तार मुश्किल साबित होने वाला है. ऐसा बताया जा रहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डी के शिवकुमार उपमुख्यमंत्री पद के लिए उनकी अनदेखी किये जाने से खुश नहीं है. पार्टी ने दलित चेहरा जी परमेश्वर को उपमुख्यमंत्री बनाया है. शिवकुमार ने कहा था,‘ क्या यह उन लोगों के लिए एक समान है जो एक सीट जीतते है और या जो राज्य जीतते है. मैं संन्यास लेने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं. मैं शतरंज खेलूंगा फुटबाल नहीं.’

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