किसान आंदोलन के पहले दिन राजधानी भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये कक्का जी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस की निगरानी में सब्जी-दूध बिकवाने से किसानों का आक्रोश और बढ़ेगा। सरकार फर्जी वीडियो जारी कर हमारे आंदोलन को भ्रमिक करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा समर्थित कुछ संगठनों को छोड़कर सभी किसान संगठन इस आंदोलन में एकजुट हैं।
किसानों से शांति भंग के बॉण्ड भरवाने पर कक्का जी ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिन्हें मुचलके भरने चाहिए वो मंत्रिमंडल में बैठे हैं जबकि किसानों से मुचलके भरवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने 40 लाख डंडों का इंतजाम किया है यानी हम सड़क पर आते तो कुचल जाते इसीलिए इस बार हम गांव बंद करेंगे।
वहीं आंदोलन में कांग्रेस के शामिल होने की बात पर उन्होंने कहा कि विपक्ष की भूमिका चौकीदारी की होती है। कांग्रेस अपना काम कर रही है। लेकिन, ये आंदोलन कांग्रेस का नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस हमारे आंदोलन में शामिल होना चाहती है तो उन्हें पार्टी का झंडा छोड़कर आना होगा। उन्होंने कहा कि आंदोलन को राजनीतिक रूप नहीं लेने देंगे।
जैन आयोग की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आने पर उन्होंने कहा कि सरकार हर लेवल पर फेल हुई है। जांच रिपोर्ट सीएम ऑफिस में बैठकर तैयार हो रही है। उन्होंने कहा कि हम आंदोलन के जरिये आम लोगों को परेशान करना नहीं चाहते। गांव में चौपाल लगाकर दूध-सब्जी बेचा जाएगा, लेकिन शहरों में इसकी आवक बंद रहेगी।